हिट हिंदी नाटक टोटो चान के साथ संपन्न हुआ 14वां जश्नेबचपन उत्सव
(वरिष्ठ पत्रकार के विक्रम राव ने जाने माने रंगकर्मी एलेस पद्मसी को उनके जाने के बाद जिस तरह याद किया वह हम सबके लिए अहम है। उन्होंने ये बताया कि किस तरह हमारे तथाकथित मुख्य धारा की मीडिया ने कला-संस्कृति-रंगमंच-साहित्य-संगीत जैसे विषयों और इनसे जुड़ी खबरों को हाशिए पर धकेल दिया है। यह तमाम मीडिया जगत के लिए शर्म की बात है कि ज्यादातर अखबारों और चैनलों के लिए राजनीति
पंडित लच्छू महाराज की बात ही कुछ और थी... कुछ ही महीने पहले जब मशहूर कथक सम्राट बिरजू महाराज ने तबले पर अपना बेहतरीन हुनर दिखाया तो संगीतप्रेमियों को पंडित लच्छू महाराज की याद आ गई। पंडित लच्छू महाराज जब तबले के साथ होते थे तो वक्त मानो ठहर जाता था। नन्हीं सी उम्र में लगातार 16 घंटे तबला बजाकर सितारा देवी जैसी मशहूर कथक नृत्यांगना को हैरत में डाल देने वाले लच्