मीडिया से लगभग गायब हो चुके साहित्य और साहित्यकारों को अगर कोई हिन्दी अखबार मंच दे और आज के दौर में पत्रकारिता की नई परिभाषा गढ़े तो बेशक इसके लिए वह बधाई का पात्र है। उत्तर भारत के सबसे विश्वसनीय अखबार ‘अमर उजाला’ ने ऐसी ही पहल की है। साहित्यकारों से संवाद तो गाहे बगाहे होते रहे हैं, उनके इक्का-दुक्का इंटरव्यू भी छपते रहे हैं लेकिन समकालीन साहित्यिक-राजनीतिक परिवे
सतीश गुजराल और ओ पी शर्मा के बाद कृष्णा सेट्टी यह सम्मान पाने वाले तीसरे भारतीय Read More
रंगमंच पर सरकारी पहरे की कोशिश पहले भी होती रही है। समसामयिक मुद्दों और राजनीतिक सवालों पर नाटक करने वाले कलाकारों को सरकारी दमन का शिकार होना पड़ा है लेकिन प्रतिरोध की ताकतें कभी कम नहीं हुईं। आवाज़ बुलंद होती रही और सत्ता प्रतिष्ठानों और प्रशासन को कई बार झुकना पड़ा। खुद को लोकतांत्रिक और आम आदमी की सरकार कहने वाली दिल्ली की आप सरकार भी इस बीमारी से अछूती नहीं रही। स
दिल्ली। वह शुभ मुहूर्त आखिर आ ही गया, जिसका इंतजार लोग काफी समय से कर रहे थे, क्योंकि नवरात्र के मौके पर विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘रामलीला’ की शुरुआत हो चुकी है। दिल्ली की 40 साल पुरानी एवं राजधानी की प्रमुख लव-कुश रामलीला कमेटी ने भी गुरुवार को गणेश पूजन एवं गणेश वंदना पर आधारित भव्य नृत्य के साथ लालकिला मैदान में रामलीला
इफ्को ने मनाई विश्वकर्मा जयंती ऑवला (बरेली), 17 सितंबर। विश्वकर्मा जंयती पर इफको ऑवला के केन्द्रीय कार्यशाला में वरिष्ठ महाप्रबंधक जी के गौतम ने वैदिक कर्मकाण्ड के साथ पूजा अर्चना की और इफको संयत्र को निर्बाध रुप से चलाने के लिए आशीर्वाद प्राप्त किया। इस मौक पर वरिष्ठ महाप्रबंधक जी के गौतम ने भगवान विश्वकर्मा की महत्ता पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि
असम के कामरूप में तमाम बच्चों और युवा कलाकारों ने तबलावादन कार्यशाला में हिस्सा लिया असम और पूर्वोत्तर राज्यों में भारतीय शास्त्रीय संगीत को बढ़ावा देने और नई प्रतिभाओं को तलाशने में जुटी संस्था प्रतिश्रुति फाउंडेशन ने पिछले दिनों तबला को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया। इसमें कई बच्चों और युव