देश विदेश के अलग अलग हिस्सों में भारतीय साहित्य, कला और संस्कृति से जुड़े तमाम कार्यक्रम होते हैं, ढेर सारी गतिविधियां होती हैं। कई ख़बरें भी होती हैं जो हम तक नहीं पहुंच पातीं। गोष्ठियां, कार्यशालाएं होती हैं, रंगकर्म की तमाम विधाओं की झलक मिलती है और लोक संस्कृति के कई रूप दिखते हैं। नए कलाकार, नई प्रतिभाएं और संस्थाएं साहित्य-संस्कृति को समृद्ध करने की कोशिशों में लगे रहते हैं लेकिन उनकी जानकारी कम ही लोगों तक पहुंच पाती है। हमारी कोशिश है कि इस खंड में हम ऐसी ही गतिविधियों और ख़बरों को शामिल करें … चित्रों और वीडियो के साथ।
मशहूर कवि, लेखक और संस्कृतिकर्मी अशोक वाजपेयी ने कहा है कि इस बार युवा कार्यक्रम में महिला वक्ताओं ने ज्यादा अच्छा प्रदर्शन किया है और उन्होंने पुरुषों को पीछे छोड़ दिया है। वाजपेयी ने रज़ा फाउंडेशन की ओर से आयोजित युवा कार्यक्रम के तहत हिंदी की यशस्वी लेखिका कृष्णा सोबती के जन्मशती समारोह के मौके पर यह बात कही।
Read More7 रंग रेडियो का खास कार्यक्रम आसपास। कृष्णा सोबती पर दिल्ली में दो दिनों के कार्यक्रम में क्या हुआ खास। रज़ा फाउंडेशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में क्या कहा अशोक वाजपेयी ने।
Read Moreहिंदी की यशस्वी लेखिका कृष्णा सोबती क्या उभय लिंगी लेखिका थी? क्या उनकी भाषा राजनीतिक भाषा थी और उनकी लेखकीय दृष्टि और औपन्यासिक दृष्टि में कोई फांक थी? कृष्णा सोबती की जन्मशती के मौके पर रज़ा फाउंडेशन की ओर से आयोजित युवा समारोह में इन सवालों पर आरंभिक दो सत्रों में विचार हुआ।
Read More17 दिनों से राजधानी मेंधूमधाम से चल रहा भारत रंग महोत्सव एनएसडी पर डाक टिकट जारी होने और प्रख्यात लेखक धर्मवीर भारती के प्रसिद्ध कृति कनुप्रिया के मंचन के साथ समाप्त हो गया। दिल्ली के उप राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने समारोह में डाक टिकट जारी किया और अपने भाषण में पूर्व मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का नाम न लेते हुए उनकी जबरदस्त खिंचाई की। उन्हें ऐसा फ्लॉप अभिनेता बताया जिसे जन
Read Moreहिंदी में पहली ओपेरा करनेवाली पद्मभूषण से सम्मानित प्रख्यात शास्त्रीय गायिका शन्नो खुराना का ओपेरा जब साठ के दशक में दिल्ली में हो रहा था तब तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू उसे देखने आए थे, वे आइफेक्स में आधे घण्टे तक उसे देखने आए थे लेकिन वह ओपेरा उन्हें इतना पसंद आया कि वे उसे पूरा देखना चाहते थे और इसके लिए उन्होंने विदेश से आये नेताओं के साथ अपनी अपॉइंटमेंट रद्द कर दी।
Read Moreहिंदी के प्रसिद्ध कवि एवं कला समीक्षक प्रयाग शुक्ल ने कहा है कि रंगमंच ऐसी कला है जिसमें सारी कलाएं रूपांतरित होकर मिल जाती हैं और मिलकर एक नई कला बन जाती है। शुक्ल ने भारंगम समारोह के दौरान" श्रुति" कार्यक्रम के तहत '' रंग प्रसंग "पत्रिका के युवा अंक का लोकार्पण करते हुए यह बात कही। प्रयाग शुक्ल ने ही इस पत्रिका का शुभारंभ किया था और इस इस अंक के अतिथि संपादक भी वहीं हैं। उन्होंने अ
Read Moreद्मविभूषण से सम्मानित महान चित्रकार सैयद हैदर रज़ा इतने नैतिक व्यक्ति थे कि वे अपने उस मकान में किरायेदार की तरह रहते थे जिसे उन्होंने अपने नाम पर बने फाउंडेशन को दे दिया था। यह जानकारी प्रख्यात संस्कृतिकर्मी एवं कवि अशोक वाजपेयी ने रज़ा साहब के अंतिम वर्षों में बनाये गए चित्रों की प्रदर्शनी “अंतिमा “के उद्घटान समारोह में दी। प्रदशनी का उद्घटान रज़ा साहब के पुराने मित्र और जाने �
Read Moreसाहित्य अकादेमी में भी अब अध्यात्म और सनातनी मान्यताओं को लेकर कार्यक्रम करने की तमाम पहल दिखाई देती है और भला इसके लिए महाकुंभ से बढ़कर कौन सा मौका हो सकता है। अकादमी ने महाकुंभ में कलाग्राम के मंच पर एक हिंदी कवि सम्मेलन का आयोजन किया और उसे सम्मेलन की जगह सम्मिलन कहा। इसकी अध्यक्षता प्रख्यात कवि एवं गीतकार बुद्धिनाथ मिश्र ने की।
Read More55वें विश्व पुस्तक मेले में हिंदी साहित्य में इस बार भी सदा की तरह स्त्रियों की आवाज़ें छाई रहीं। इस साल भी कई लेखिकाओं की पुस्तकें आई जिनमें कविता ,कहांनी ,उपन्यास ,आलोचना से लेकर अनुवाद तक शामिल है।इस बार मेले में कई विदुषी विदेशी महिला विद्वान भी आईं और उन्होंने विचार विमर्श में हिस्सा लिया।साथ ही स्त्री मुद्दे पर चर्चाएं भी आयोजित की गईं।हिंदी में स्त्री रचनाकारों की इतनी किता�
Read Moreसाहित्य अकादेमी द्वारा आज लिथुआनिया गणराज्य के दूतावास के संयुक्त तत्त्वावधान में एक साहित्य संध्या का आयोजन किया गया जिसमें प्रख्यात लिथुआनियाई लेखक, दार्शनिक और साहित्यालोचक यारोस्लावस मेल्निकस ने अपने कहानी-संग्रह 'द लास्ट डे' की एक कहानी का पाठ किया। भारत में लिथुआनिया दूतावास की माननीया राजदूत महामहिम डायना मिकेविचियेने ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
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