देश विदेश के अलग अलग हिस्सों में भारतीय साहित्य, कला और संस्कृति से जुड़े तमाम कार्यक्रम होते हैं, ढेर सारी गतिविधियां होती हैं। कई ख़बरें भी होती हैं जो हम तक नहीं पहुंच पातीं। गोष्ठियां, कार्यशालाएं होती हैं, रंगकर्म की तमाम विधाओं की झलक मिलती है और लोक संस्कृति के कई रूप दिखते हैं। नए कलाकार, नई प्रतिभाएं और संस्थाएं साहित्य-संस्कृति को समृद्ध करने की कोशिशों में लगे रहते हैं लेकिन उनकी जानकारी कम ही लोगों तक पहुंच पाती है। हमारी कोशिश है कि इस खंड में हम ऐसी ही गतिविधियों और ख़बरों को शामिल करें … चित्रों और वीडियो के साथ।
भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने कल (5 मार्च 2025) राष्ट्रपति भवन में "विविधता का अमृत महोत्सव" के दूसरे संस्करण का उद्घाटन किया। यह एक ऐसा वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव है जो विभिन्न क्षेत्रों की अनूठी परंपराओं को प्रदर्शित करके भारत की विविध विरासत का जश्न मनाता है।
Read Moreसीमांतिनी उपदेश की लेखिका हरदेवीं जेल जाने वाली पहली लेखिका थी और स्त्री लेखकों को शामिल किए बिना हिंदी नवजागरण अधूरा है। देश की जानी मानी स्त्री विमर्शकारों ने आज इलाहाबाद विश्विद्यालय शताब्दी समारोह के अंतर्गत स्त्री विमर्श पर आयोजित दो दिवसीय समारोह में यह बात कही।
Read Moreसाहित्य अकादेमी द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित किए जाने वाला साहित्योत्सव-2025 इस वर्ष एशिया का सबसे बड़ा साहित्य उत्सव होगा। पिछली बार का साहित्योत्सव 2024 दुनिया का सबसे बड़ा साहित्य उत्सव था। यह जानकारी अकादेमी द्वारा आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेंस में अकादेमी के सचिव के. श्रीनिवासराव ने साझा की।
Read Moreक्या आप ऐसे किसी अंग्रेजी जर्नलिस्ट को जानते हैं जिन्हें उर्दू से इतनी मोहब्बत हो कि उसने बकायदा उर्दू सीखकर उर्दू में अखबारनवीसी की हो और उर्दू में किताब भी लिख डाली हो? ऐसे वक़्त में जब सियासत देश में हिंदी उर्दू को आपस में लड़ा रही हो, उर्दू के खिलाफ नफ़रत फैला रही हो ,उस ज़ुबां को धर्म से जोड़ा जा रहा हो और उसे मरती हुई ज़ुबान बताया जा रहा हो, एक महिला पत्रकार ने बाकायदा उर्दू सीखकर ए�
Read Moreहिंदी के प्रख्यात आलोचक नित्यानंद तिवारी ने देश के हालात पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह दौर समाज मे नफ़रत फैलाने और दो कौमों हिन्दू मुस्लिम को आपस में लड़ाने का है । श्री तिवारी ने जनवादी लेखक संघ की ओर से दिल्ली के हरकिशन सिंह सुरजीत भवन में उत्तर प्रदेश और दिल्ली के कवियों के साझा संकलन का विमोचन करते हुए यह बात कही। इस संकलन का संपादन दिल्ली विश्वविद्यालय के दयाल सि
Read Moreआपको जानकर ताज्ज़ुब होगा कि आजादी के बाद प्रगतिशील लेखक संघ के पहले सम्मेलन में विभाजन के खिलाफ कोई निंदा प्रस्ताव पेश नहीं किया गया था। प्रसिद्ध आलोचक और मीडिया के जानकार जगदीश्वर ने रज़ा फाउंडेशन की ओर से आयोजित युवा कार्यक्रम में यह सनसनीखेज़ जानकारी दी। कृष्णा सोबती की जन्मशती पर आयोजित इस समारोह में उन्होंने विभाजन और सोबती जी के लेखन विषय पर एक पर्यवेक्षक के रूप में टिप्
Read Moreमशहूर कवि, लेखक और संस्कृतिकर्मी अशोक वाजपेयी ने कहा है कि इस बार युवा कार्यक्रम में महिला वक्ताओं ने ज्यादा अच्छा प्रदर्शन किया है और उन्होंने पुरुषों को पीछे छोड़ दिया है। वाजपेयी ने रज़ा फाउंडेशन की ओर से आयोजित युवा कार्यक्रम के तहत हिंदी की यशस्वी लेखिका कृष्णा सोबती के जन्मशती समारोह के मौके पर यह बात कही।
Read More7 रंग रेडियो का खास कार्यक्रम आसपास। कृष्णा सोबती पर दिल्ली में दो दिनों के कार्यक्रम में क्या हुआ खास। रज़ा फाउंडेशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में क्या कहा अशोक वाजपेयी ने।
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