देश विदेश के अलग अलग हिस्सों में भारतीय साहित्य, कला और संस्कृति से जुड़े तमाम कार्यक्रम होते हैं, ढेर सारी गतिविधियां होती हैं। कई ख़बरें भी होती हैं जो हम तक नहीं पहुंच पातीं। गोष्ठियां, कार्यशालाएं होती हैं, रंगकर्म की तमाम विधाओं की झलक मिलती है और लोक संस्कृति के कई रूप दिखते हैं। नए कलाकार, नई प्रतिभाएं और संस्थाएं साहित्य-संस्कृति को समृद्ध करने की कोशिशों में लगे रहते हैं लेकिन उनकी जानकारी कम ही लोगों तक पहुंच पाती है। हमारी कोशिश है कि इस खंड में हम ऐसी ही गतिविधियों और ख़बरों को शामिल करें … चित्रों और वीडियो के साथ।
बच्चों में बढ़ते शिक्षा के बोझ को कम करने, खेल-खेल में बच्चों को शिक्षा और स्वच्छता की सीख देने के मकसद से सरकारी विद्यालय के शिक्षक अमर दिवेद्वी, पुष्पा अरुण, रिति उपाध्याय ने कठपुतली के पात्रों को लघु कहानियों में पिरोकर, स्कूल में बच्चों के बीच उनकी रोचक प्रस्तुति का अनोखा तरीका इजाद किया है।
Read Moreगांधी हिन्दुस्तानी साहित्य सभा, तथास्तु एवं प्रिज्म थियेटर ने दिल्ली के श्रीराम सेंटर में महाभारत की महागाथा के नायकों में एक महाराज कंस की मानवीय संवेदनाओं पर आधारित नाटक कंसा का सफल मंचन किया। मंच पर महाराज कंस की भूमिका में जाने-माने कलाकार महेंद्र मेवाती ने अपने अभिनय और संवाद अदायगी से सभागार में उपस्थित दर्शकों को स्तब्ध कर दिया।
Read Moreकला में अपने अनूठे प्रयोगों के लिए मशहूर हो चुके सुरेन्द्र पाल जोशी की नई कृति ‘मैपिंग द स्पेस’ ने इन दिनों कला जगत में धूम मचा रखी है। इसके तहत इस बार उन्होंने करीब एक लाख सेफ्टीपिन्स का इस्तेमाल करेक एक विशालकाय हेलीकॉप्टर बनाया है।
Read Moreमुख्य धारा की पत्रकारिता से किस तरह कला और संस्कृति हाशिये पर चली गई है और इसे कैसे मीडिया में सम्मानजनक जगह दिलाई जाए, इसे लेकर ललित कला अकादमी खासा चिंतित है। अकादमी ने इस बारे में चिंतन और कारगर पहल करने के मकसद से दिल्ली में भारतीय भाषाओं के करीब 50 कला लेखकों का एक सम्मेलन किया।
Read Moreबरेली के आंवला में इफ्को परिसर में मनी हरियाली तीज। वर्षा ऋतु का आगमन.. आसमान में काले मेघ.. हाथों में मेहंदी और शिव पार्वती के लोक गीतों से इफको परिवार की महिलाओं ने इस मौके पर समां बांध दिया। महिला क्लब द्वारा आयोजित हरियाली तीज की थीम शिव आराधना रही। इसके लिए इफको अतिथिगृह के हाल में और झूले के साथ श्रीकृष्ण प्रतिमा का भव्य सेट तैयार किया गया।
Read Moreआम तौर पर आज के दौर में संस्कृत नाटकों का मंचन अपने देश में कम होता है, लेकिन इलाहाबाद के दर्शकों को उत्तर प्रश्नम नाम के संस्कृत नाटक ने रंगमंच के नए एहसास से भर दिया। समन्वय नामक सांस्कृतिक संस्था की सचिव सुषमा शर्मा के परिकल्पना और निर्देशन में उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र में हुए इस नाटक के लेखक हैं मीराकांत। इसका संस्कृत भाषा में रूपान्तरण किया सुरेन्द्रपाल सिंह न
Read Moreमशहूर लेखक, कवि, कहानीकार, उपन्यासकार और नाटककार जयशंकर प्रसाद की याद में भोपाल के भारत भवन में पांच दिनों का एक समारोह होने जा रहा है। इसमें प्रसाद के काव्य और गद्य के साथ उनके नाटकों पर भी विस्तृत चर्चा होगी। साथ ही प्रसाद के लेखन को आज के संदर्भ से जोड़कर उनकी सामयिकता को भी सामने लाया जाएगा।
Read Moreभरतनाट्यम शैली के अलावा कथक और अन्य नृत्य शैलियों को मिलाकर कुछ नए प्रयोग करने वाली नृत्यांगना लक्ष्मी श्रीवास्तव एक बार फिर अपनी मशहूर नृत्य नाटिक ‘उषा परिणय’ का मंचन करने जा रही हैं। इसका आयोजन भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद और उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी की ओर से 13 जुलाई को होने जा रहा है। डॉ योगेश प्रवीण इसके रचनाकार हैं और हेम सिंह ने संगीत दिया है।
Read Moreदेश भर के कुछ चुने हुए कलाकारों ने तीन दिनों की कार्यशाला में अपनी संस्कृति की बेहद दिलचस्प तस्वीर पेश की है। दिल्ली में के एंड के इंटरनेशनल होटल में आयोजित इस कार्यशाला को मौजूदा परिप्रेक्ष्य में गाय के आध्यात्मिक और पौराणिक महत्व के संदर्भ में बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। देश में इन दिनों जिस तरह गाय का राजनीतिकरण हुआ और इसे पौराणिक संदर्भों से काटकर ओछी राजनीति का हिस्सा ब
Read Moreकेन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय की पहल पर देश भर की प्रतिभाओं के डाटा बैंक बनाने के मकसद से अलग अलग क्षेत्रों में भव्य कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। इसी कड़ी में झारखंड के रायकेला में राजकीय छऊ कला केन्द्र में हाल ही में सांस्कृतिक प्रतिभा खोज कार्यक्रम हुआ। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने इस मौके पर कहा कि हमारी सबसे बड़ी पूंजी गावों में फैली और रची बसी यहां की परंपराएं
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