देश विदेश के अलग अलग हिस्सों में भारतीय साहित्य, कला और संस्कृति से जुड़े तमाम कार्यक्रम होते हैं, ढेर सारी गतिविधियां होती हैं। कई ख़बरें भी होती हैं जो हम तक नहीं पहुंच पातीं। गोष्ठियां, कार्यशालाएं होती हैं, रंगकर्म की तमाम विधाओं की झलक मिलती है और लोक संस्कृति के कई रूप दिखते हैं। नए कलाकार, नई प्रतिभाएं और संस्थाएं साहित्य-संस्कृति को समृद्ध करने की कोशिशों में लगे रहते हैं लेकिन उनकी जानकारी कम ही लोगों तक पहुंच पाती है। हमारी कोशिश है कि इस खंड में हम ऐसी ही गतिविधियों और ख़बरों को शामिल करें … चित्रों और वीडियो के साथ।
असम और पूर्वोत्तर राज्यों में भारतीय शास्त्रीय संगीत को बढ़ावा देने और नई प्रतिभाओं को तलाशने में जुटी संस्था प्रतिश्रुति फाउंडेशन ने पिछले दिनों तबला को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया। इसमें कई बच्चों और युवा कलाकारों ने हिस्सा लिया। इस कार्यशाला में तबला की बारीकियों के अलावा इसके वादन की कला को समझाने की कोशिश की गई, साथ ही कई कलाकारों ने तबलावादन से जुड़ी तमाम तकनीक भी सीख
Read Moreसमाज में जागरूकता फैलाने, बधिरों को खेल और संस्कृति की मुख्य धारा से जोड़ने और उन्हें खेल और दूसरे क्षेत्रों में आगे लाने के मकसद से नोएडा बधिर सोसाइटी ने रविवार को नोएडा में ‘द रन फॉर होप’ मैराथन का आयोजन किया। इसकी परिकल्पना दिल्ली पब्लिक स्कूल, नोएडा की छात्रा साक्षी सिद्धम की थी। साक्षी की पहल पर नोएडा डेफ सोसाइटी ने सेक्टर 30 से करीब 3 किलोमीटर के ‘रन फॉर होप’ मैराथन में 200 से ज्य
Read Moreललित कला अकादमी ने ‘सन्डे आर्ट हाट’ नाम से एक पहल की है जिसमें कलाकार किसी भी मध्यस्थ और कमीशन से मुक्त स्वयं आर्ट बायर्स से सीधा संवाद स्थापित कर पाएंगे. सन्डे आर्ट हाट का उद्घाटन अकादमी के प्रशासक श्री सि एस कृष्ण सेट्टी ने किया। उद्घाटन के अवसर पर उन्होंने कहा कि “यह युवा और उन उभरते हुए कलाकारों के लिए एक अनोखा अवसर है जिनके पास किसी गैलरी का स्थायी सपोर्ट नहीं है या फिर प्रदर्श
Read Moreत्रिलोचन की रचनाओं ने हिन्दी साहित्य को जो आयाम दिए और उनकी शैली ने जिस तरह कविता की नई परिभाषा लिखी, उससे आज के रचनाकार बहुत कुछ सीख सकते हैं। मशहूर कवि केदारनाथ सिंह ने त्रिलोचन की जन्म शताब्दी के मौके पर साहित्य अकादमी की ओर से आजित संगोष्ठी का उद्घाटन करते हुए कहा कि त्रिलोचन की कविताएं हमेशा प्रासंगिक रहेंगी। त्रिलोचन ज़मीन से जुड़े एक ऐसे रचनाकार थे जिन्हें संस्कृति और समाज
Read Moreमशहूर टीवी पत्रकार विनोद दुआ ने जब नीलिमा डालमिया आधार की नई किताब ‘द सीक्रेट डायरी ऑफ कस्तूरबा’ के हिन्दी संस्करण ‘कस्तूरबा की रहस्यमयी डायरी’ के कुछ हिस्से पढ़े और लेखिका के अनुभवों के साथ इन्हें जोड़ा गया तो लगा मानो हम एक बार फिर उस दौर में जा पहुंचे हों। नीलिमा ने बताया कि कैसे उन्होंने इस किताब को लिखते वक्त और इसके बारे में ऐतिहासिक तथ्यों की पड़ताल करते वक्त कस्तूरबा की ज
Read Moreबच्चों में बढ़ते शिक्षा के बोझ को कम करने, खेल-खेल में बच्चों को शिक्षा और स्वच्छता की सीख देने के मकसद से सरकारी विद्यालय के शिक्षक अमर दिवेद्वी, पुष्पा अरुण, रिति उपाध्याय ने कठपुतली के पात्रों को लघु कहानियों में पिरोकर, स्कूल में बच्चों के बीच उनकी रोचक प्रस्तुति का अनोखा तरीका इजाद किया है।
Read Moreगांधी हिन्दुस्तानी साहित्य सभा, तथास्तु एवं प्रिज्म थियेटर ने दिल्ली के श्रीराम सेंटर में महाभारत की महागाथा के नायकों में एक महाराज कंस की मानवीय संवेदनाओं पर आधारित नाटक कंसा का सफल मंचन किया। मंच पर महाराज कंस की भूमिका में जाने-माने कलाकार महेंद्र मेवाती ने अपने अभिनय और संवाद अदायगी से सभागार में उपस्थित दर्शकों को स्तब्ध कर दिया।
Read Moreकला में अपने अनूठे प्रयोगों के लिए मशहूर हो चुके सुरेन्द्र पाल जोशी की नई कृति ‘मैपिंग द स्पेस’ ने इन दिनों कला जगत में धूम मचा रखी है। इसके तहत इस बार उन्होंने करीब एक लाख सेफ्टीपिन्स का इस्तेमाल करेक एक विशालकाय हेलीकॉप्टर बनाया है।
Read Moreमुख्य धारा की पत्रकारिता से किस तरह कला और संस्कृति हाशिये पर चली गई है और इसे कैसे मीडिया में सम्मानजनक जगह दिलाई जाए, इसे लेकर ललित कला अकादमी खासा चिंतित है। अकादमी ने इस बारे में चिंतन और कारगर पहल करने के मकसद से दिल्ली में भारतीय भाषाओं के करीब 50 कला लेखकों का एक सम्मेलन किया।
Read Moreबरेली के आंवला में इफ्को परिसर में मनी हरियाली तीज। वर्षा ऋतु का आगमन.. आसमान में काले मेघ.. हाथों में मेहंदी और शिव पार्वती के लोक गीतों से इफको परिवार की महिलाओं ने इस मौके पर समां बांध दिया। महिला क्लब द्वारा आयोजित हरियाली तीज की थीम शिव आराधना रही। इसके लिए इफको अतिथिगृह के हाल में और झूले के साथ श्रीकृष्ण प्रतिमा का भव्य सेट तैयार किया गया।
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