कलाकारों के लिए नई उम्मीदें लेकर आया एनजीएमए

2020 ने जिस तरह कलाकारों समेत पूरी दुनिया को घरों में कैद कर दिया और खासकर कला और कलाकारों के लिए अभिव्यक्ति के रास्ते बंद हो गए, उससे तमाम कला संस्थान, कला अकादमियां और संग्रहालयों बुरी तरह प्रभावित हुए। नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट (एनजीएमए), ललित कला अकादमी और कला संग्रहालयों ने खुद को डिजिटल करने की कोशिशें तो कीं, लेकिन वहां वो जीवंतता कहीं नज़र नहीं आती थी। लेकिन नए साल की शुरुआत के साथ ही कलाकारों में एक नया जोश देखने को मिला है और वो करीब नौ महीनों के बाद खुलकर अपनी कला का प्रदर्शन करने एक जगह जमा हो रहे हैं। ये पहल की है दिल्ली की नेशनल गैलरी ऑफ मॉर्डर्न आर्ट्स (एनजीएमए) ने। 2020 की तमाम बंदिशों के बाद एनजीएमए ने नए साल के पहले शनिवार और रविवार से हर हफ्ते कलाकारों के लिए ये बेहतरीन और उत्साह बढ़ाने वाला सिलसिला शुरु किया है। पहले दिन इसके मुख्य अतिथि थे जाने माने पेंटर जतिन दास।

एनजीएमए परिसर (जयपुर हाउस) में इस कार्यक्रम की शुरुआत जतिन दास और एनजीएमए के महानिदेशक और मशहूर कलाकार अद्वैत गणनायक ने की और कलाकारों का हौसला बढ़ाया। कार्यक्रम की शुरुआत दोनों कलाकारों ने नगाड़ा बजाकर की और इस दौरान बेहतरीन सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए। लोक कलाकारों ने नृत्य पेश किए। जतिन दास ने स्केचिंग क्लब का उद्घाटन भी किया।

एनजीएमए के महानिदेशक गणनायक बताते हैं कि स्केचिंग क्लब एक ऐसी पहल है जिसमें कोई भी कलाकार शामिल हो सकता है और ऑन द स्पॉट अपनी स्केचिंग कला का प्रदर्शन कर सकता है। उन्होंने बताया कि इस वीकेंड वर्कशॉप के दौरान पूरे साल हर हफ्ते कलाप्रेमियों और कलाकारों के लिए आर्ट और फोटोग्राफी, क्यूरेटेड शो, फिल्म स्क्रीनिंग, संगीत, नृत्य, रंगमंच के तमाम पहलुओं का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके साथ ही जाने माने कलाकार, लेखक और कवि भी इस कार्यक्रम का हिस्सा होंगे।

पहले दिन इस कार्यक्रम में कलाकार जतिन दास ने आज के माहौल में कला और कलाकारों के लिए की जा रही इस पहल का स्वागत किया और कहा कि गुजरे साल से सबक लेते हुए पूरी सावधानी के साथ अपनी प्रतिभा को सामने लाने की जरूरत है और उम्मीद की जानी चाहिए कि हम अब इस बुरे दौर से पूरी तरह निकल जाएंगे।

Posted Date:

January 2, 2021

9:30 pm Tags: , , , , , ,
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