देश विदेश के अलग अलग हिस्सों में भारतीय साहित्य, कला और संस्कृति से जुड़े तमाम कार्यक्रम होते हैं, ढेर सारी गतिविधियां होती हैं। कई ख़बरें भी होती हैं जो हम तक नहीं पहुंच पातीं। गोष्ठियां, कार्यशालाएं होती हैं, रंगकर्म की तमाम विधाओं की झलक मिलती है और लोक संस्कृति के कई रूप दिखते हैं। नए कलाकार, नई प्रतिभाएं और संस्थाएं साहित्य-संस्कृति को समृद्ध करने की कोशिशों में लगे रहते हैं लेकिन उनकी जानकारी कम ही लोगों तक पहुंच पाती है। हमारी कोशिश है कि इस खंड में हम ऐसी ही गतिविधियों और ख़बरों को शामिल करें … चित्रों और वीडियो के साथ।
हिंदी के प्रख्यात कवि एवं कथाकार विनोद कुमार शुक्ला को 59 वें ज्ञानपीठ पुरस्कार दिए जाने की आज घोषणा की गई। 88 वर्षीय श्री शुक्ला को यह पुरस्कार उनके आजीवन लेखन के लिए दिया जा रहा है। पुरस्कार में 11 लख रुपए की राशि स्मृति चिन्ह प्रशस्ति पत्र तथा वाग्देवी की प्रतिमा शामिल है। ज्ञानपीठ की चयन समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया।
Read Moreनेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) का सातवां "आदि रंग महोत्सव 21 से 23 मार्च तक होने जा रहा है। यह भारत की आदिवासी समुदायों की कला, संस्कृति और धरोहर का उत्सव है। आदि रंग महोत्सव रंगमंच, संगीत, नृत्य, सेमिनार और शिल्प का एक जीवंत संगम है जिसमें लगभग 300 आदिवासी कलाकार होंगे। नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के निदेशक चित्तरंजन त्रिपाठी ने बताया है कि महोत्सव में 13 राज्यों से 15 नृत्य और संगीत प्रस्तुतियाँ तथा 11 �
Read Moreपद्म विभूषण से सम्मानित प्रसिद्ध चित्रकार सैयद हैदर रज़ा का अपने जीवन पर गांधी जी का इतना प्रभाव पड़ा था कि विभाजन के बाद वह पाकिस्तान न जाकर भारत में ही रह गए थे जबकि उनकी पहली पत्नी पाकिस्तान में जाकर बस गयी थी। हिंदी के प्रसिद्ध कवि एवं संस्कृति कर्मी अशोक वाजपेयी ने यहां रज़ा पर अपनी पुस्तक सेलिब्रेशन एंड प्रेयर के विमोचन समारोह में यह बात कही। उन्होंने कहा कि एक बार मैंने
Read Moreदिव्यांग लेखकों के काव्य पाठ और कहांनी पाठ के साथ ही एशिया के सबसे बड़े साहित्योत्सव का शानदार समापन हुआ। 7 दिनों तक चले इस उत्सव के अंतिम दिन हुए पंद्रह सत्रों में से एक में 10 भाषाओं के दिव्यांग लेखकों ने विनोद आसुदानी एवं अरविंद पी. भाटीकर की अध्यक्षता में काव्य-पाठ एवं कहानी पाठ प्रस्तुत किया।
Read Moreसाहित्योत्सव के पांचवे दिन हिंदी के प्रख्यात लेखक एवम नाटककार मोहन राकेश को उनकी जन्मशताब्दी पर याद किया गया और सवाल उठा कि क्या उनकी रचनाओं का मूल्यांकन उनके जीवन की घटनाओं के आधार पर होना चाहिए या उनके लिखे पर ? सवाल यह भी उठा कि क्या वे अपनी रचनाओं में स्त्री विरोधी थे?
Read Moreभारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा ने कहा है समाज में न्याय की स्थापना केवल अदालत तक सीमित नहीं है बल्कि साहित्य और कानून का भी आपस में गहरा संबंध है। साहित्य को देश के अंतिम जन को न्याय दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए।
Read Moreप्रसिद्ध फ़िल्मकार नंदिता दास ने कहा है कि वह अपनी अगली फिल्म अपनी कहानी पर बनाएंगी जो उन्होंने बीस साल पहले लिखी थी। सुश्री दास ने साहित्योत्सव के तीसरे दिन सिनेमा और साहित्य के सम्बन्धों पर बात करते हुए यह जानकरी दी। "स्याही से दृश्य तक: साहित्यिक कृतियां जिन्होंने सिनेमा को रोचक बनाया" विषय पर हुई यह परिचर्चा प्रख्यात फिल्म लेखक अतुल तिवारी की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
Read Moreमहाराष्ट्र के युवा चित्रकार गिरीश उरगुडे को आज यहाँ प्रथम वर्षिता शुक्ल वेंकटेश स्मृति पुरस्कार से नवाजा गया। प्रख्यात लेखक अशोक वाजपेयी कला समीक्षक प्रयाग शुक्ल, जाने माने चित्रकार जतिन दास और गोपी गजवानी ने श्री उरगुडे को यह पुरस्कार दिया।पुरस्कार में 50 हज़ार रुपए की राशि प्रशस्ति पत्र एवम प्रतीक चिन्ह शामिल है। श्रीमती वर्षिता वेंटकेश गोविंद राजन का कोविड में कैंसर के कारण
Read Moreप्रसिद्ध ट्रांसजेंडर लेखक कल्कि सुब्रमनियम ने साहित्य अकादमी से अपने समुदाय के लोगों के लिए एक अलग पुरस्कार शुरू करने की मांग की। कल्कि ने आज साहित्योत्सव के तीसरे दिन ट्रांसजेंडर साहित्य के बारे में गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए यह मांग की।
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