भारत रंग महोत्सव के 25वें संस्करण की शुरुआत हो गई... दिल्ली में चुनाव की वजह से इसका उद्घाटन कमानी ऑडिटोरियम में न होकर राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के कैंपस में ही हुआ...इस बार के रंगदूत बनाए गए अभिनेता राजपाल यादव ने तालियां बटोरीं.. मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के आने का लंबा इंतज़ार हुआ, आखिरकार उद्घाटन के बगैर नाटक रंग चिंतन शुरु हो गया... मंत्री जी आए तो लेकिन काफी देर से.. मंच पर सं�
राजेश कुमार वैसे तो हर साल किसी न किसी लेखक, राजनेता, चित्रकार व नाटककार - अभिनेता - निर्देशक की जन्मशती आती और जाती रहती है । लोग उनकी जन्मशती अपने - अपने स्तर पर मनाते रहते हैं । कई संस्थाएँ - साहित्यिक - सामाजिक संगठन भी किसी न किसी रूप में उन्हें याद करते हैं । उनके किए गए कार्यों का मूल्यांकन होता ह
क्रांतिकारी जनवादी धारा के वरिष्ठतम कवियों में से एक ध्रुवदेव मिश्र पाषाण का जाना हिन्दी कविता और साहित्य के लिए एक सदमे वाली खबर है... पाषाण जी के लेखन से लेकर उनकी विचारधारा और जीवन संघर्ष के बारे में बता रहे हैं जाने माने कवि, पत्रकार कौशल किशोर.. पाषाण जी को 7 रंग परिवार की ओर से सादर नमन..
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