क्या आप ऐसे किसी अंग्रेजी जर्नलिस्ट को जानते हैं जिन्हें उर्दू से इतनी मोहब्बत हो कि उसने बकायदा उर्दू सीखकर उर्दू में अखबारनवीसी की हो और उर्दू में किताब भी लिख डाली हो? ऐसे वक़्त में जब सियासत देश में हिंदी उर्दू को आपस में लड़ा रही हो, उर्दू के खिलाफ नफ़रत फैला रही हो ,उस ज़ुबां को धर्म से जोड़ा जा रहा हो और उसे मरती हुई ज़ुबान बताया जा रहा हो, एक मह�
पिछले दिनों जनवादी लेखक संघ ने प्रतिरोध की काव्य संध्या का आयोजन किया जिसमें बड़ी संख्या में कवियों ने भाग लिया। लेकिन सवाल है कि क्या हिंदी में लिखे जा रहे लेख कविताओं का कोई असर समाज पर पड़ रहा है? क्या ये कविताएं सत्ता को चुनौती दे पा रही हैं? विमल कुमार का आलेख..
कुछ सालों से यह कहा जा रहा है कि हिंदी में प्रतिरोध साहित्य नहीं लिखा जा रहा है या अगर लिख�
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सात रंंग रेडियो का खास कार्यक्रम - आसपास।
राजनीतिक पार्टियों का हिसाब किताब। सबसे अमीर भाजपा। एडीआर की रिपोर्ट। भव्य दफ्तर। चुनाव में अंधाधुं�
7 रंग रेडियो का खास कार्यक्रम आसपास। कृष्णा सोबती पर दिल्ली में दो दिनों के कार्यक्रम में क्या हुआ खास। रज़ा फाउंडेशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में क्या कहा अशोक वाजपेयी ने। सोबती ने कैसे अपनी जमा पूंजी साहित्य के लिए दान दे दी... सुनिए सिर्फ सात रंग रेडियो के इस कार्यक्रम में... सुनने के लिए क्लिक करें [audio mp3="https://7rang.in/wp-content/uploads/2025/02/7-रंग-रेडियो_-आसपास-कृष्णा-सोबती-की-याद_Raza-Foundation-YUVA-2025-on-Krishna-Sobti-Uv-g5Dn3OgM.mp3
17 दिनों की चहल पहल, करीब दो सौ से ज्यादा नाटकों के मंचन और तमाम पुस्तकों के लोकार्पण के साथ भारत रंग महोत्सव का 25वां संस्करण खत्म हो गया। एनएसडी का यह चर्चित आयोजन रंगकर्मियों के लिए एक नई उम्मीद और उत्साह लेकर आता है और अब इसका दायरा पहले से कहीं बड़ा हो गया है। आयोजन बेशक सरकारी तामझाम और सीमाओं में बंधा हो, लेकिन यहां कला और संस्कृति के तमाम रूप सामने आते हैं। 7 र