देश विदेश के अलग अलग हिस्सों में भारतीय साहित्य, कला और संस्कृति से जुड़े तमाम कार्यक्रम होते हैं, ढेर सारी गतिविधियां होती हैं। कई ख़बरें भी होती हैं जो हम तक नहीं पहुंच पातीं। गोष्ठियां, कार्यशालाएं होती हैं, रंगकर्म की तमाम विधाओं की झलक मिलती है और लोक संस्कृति के कई रूप दिखते हैं। नए कलाकार, नई प्रतिभाएं और संस्थाएं साहित्य-संस्कृति को समृद्ध करने की कोशिशों में लगे रहते हैं लेकिन उनकी जानकारी कम ही लोगों तक पहुंच पाती है। हमारी कोशिश है कि इस खंड में हम ऐसी ही गतिविधियों और ख़बरों को शामिल करें … चित्रों और वीडियो के साथ।
जश्न-ए-रेख़्ता, ३ दिवसीय वार्षिक महोत्सव जिसके जरिए उर्दू भाषा के जन्म और विकास का जश्न मनाया जाएगा। इस महोत्सव के जरिए ऊर्दू भाषा के जन्म और भारतीय उपमहाद्वीप में उसके विकास की सराहना और इसकी सुंदरता और बहुमुखी प्रतिभा के प्रति जागरुकता पैदा करना है।
Read Moreलखनऊ में उत्तर प्रदेश नाटक अकादमी के संत गाडगे सभागार में नृत्य नाटिका ऊषा परिणय का मंचन किया गया। पौराणिक कथा में संगीत नृत्य के अद्भुत संगम ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस नृत्य नाटिका में वाणासुर, कृष्ण और शिव के मन में ऊषा और अनिरुद्ध कोे परिणय को लेकर चल रहे अंतर्द्वंद की कहानी को दर्शकों के सामने पेश किया गया।
Read Moreएक अजीब संयोग है। जीवन के 90 साल पूरे करने और साहित्य जगत में अहम मुकाम पाने वाली दो शख्सियतें आज की तारीख में खबर बन गईं। सबसे जुझारू और आम जीवन से जुड़ी कहानियां और उपन्यास लिखने वाली महाश्वेता देवी हमें हमेशा के लिए छोड़ गईं। कोलकाता में उन्होंने आखिरी सांस ली और उन तमाम संघर्षशील और नए कल की उम्मीदों से भरे साहित्यप्रेमियों को अलविदा कह दिया।
Read Moreकेन्द्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने कहा है कि बेटियों को आगे बढ़ाने, उन्हें सम्मान दिलाने और आत्म निर्भर बनाने के लिए कला और संस्कृति सबसे बेहतरीन माध्यम है। अगर देश भर के संस्कृतिकर्मी, चिकित्सक और समाजसेवी संस्थाएं मिलकर काम करें तो प्रधानमंत्री के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की कामयाबी में कोई संदेह नहीं है।
Read Moreआज़ादी के 70 साल बाद अब देश नई करवट ले रहा है और बेटियों को मुख्य धारा में लाने के साथ साथ उन्हें बराबरी का हक दिलाने की दिशा में कोशिशें तेज़ हुई हैं। सुखी संसार और परिधि आर्ट ग्रुप 14 से 22 अगस्त तक बेटी उत्सव का आयोजन कर रही है जिसके तहत देश भर के स्कूलों की लड़कियों के लिए तमाम तरह के कार्यक्रम रखे गए हैं।
Read Moreभारतीय संस्कृति के इंद्रधनुषी रंग देखना हो तो दिल्ली के इंडिया गेट आइए। यहां राजपथ के लॉन्स में देश के हर राज्यों की कला और संस्कृति के अलावा वहां के स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठाया जा सकता है। संस्कृति मंत्रालय और पर्यटन मंत्रालय की ओर से आयोजित भारत पर्व में आपको 17 राज्यों के थीम पैवेलियन दिखेंगे...
Read Moreबनारसी रंग में सराबोर शाम को बनारसी खानपान और पुरबिया लोक गीत के इंतज़ार में बुढ़वा मंगल का आयोजन भीड़- भाड़ बढ़ने के साथ धीरे- धीरे गति पकड़ रहा था. नोएडा में आयोजित बुढ़वा मंगल उत्सव पर बनारस से मंगाई गई रसवंती (चौक) की मिठाइयां, बनारसी ठंडई- मलाई, बनारसी भांग, मशहूर दीना का बनारसी चाट, शुद्ध देशी घी में बना बनारस का पारम्परिक नाश्ता कचौरी- जलेबी का व्यवस्थित स्टॉल लगा था.
Read Moreकला और संस्कृति के प्रतिष्ठित सरकारी केंद्र की ज़िम्मेदारी सरकार ने वरिष्ठ पत्रकार राम बहादुर राय को सौंपी है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के बोर्ड को भंग कर संस्कृति मंत्रालय ने पद्मश्री और वरिष्ठ पत्रकार राम बहादुर राय को इस केंद्र का नया प्रमुख बनाया है. बोर्ड में कला और संस्कृति के क्षेत्र से जुड़े 20 सदस्य होते हैं।
Read Moreउर्दू अदब की तमाम अनमोल विरासत आज मुल्क के कई तंजीमो में बिखरी पड़ी है जो बदइन्तज़ामी की वजह से मिटने की कगार पर है| आजादी के पहले उर्दू और हिन्दी अदब की सबसे पुरानी तंजीम हिन्दुस्तानी एकेडमी ने अपनी उर्दू अदब को बचाने के लिए एक बड़ी पहल की है| 90 बरस की हो गई हिन्दुस्तानी एकेडमी में मौजूद उर्दू अदब की 5 हजार से अधिक दुर्लभ ग्रंथों और अभिलेखों को डिजिटल स्वरूप प्रदान किया जायेगा
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