बेग़म अख़्तर की ये मशहूर ग़ज़ल सुनिए और उनके बारे में पढ़िए इस पोस्ट में...
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मल्लिका-ए-ग़ज़ल बेग़म अख्तर के जन्मदिन पर ख़ास
जब भी ग़ज़ल, ठुमर
प्रेमचंद को याद करने के उल्लेखनीय और अभूतपूर्व अभियान में लगी है रंगलीला
आगरा की नाट्य संस्था 'रंगलीला' इस बार प्रेमचंद की पुण्यतिथि (8 अक्टूबर, ) के अवसर पर उनकी जन्मस्थली लमही (ज़िला वाराणसी) में
देहरादून में समकालीन और आधुनिक कला का नया केन्द्र ‘उत्तरा’
सच हुआ कलाकार सुरेन्द्र पाल जोशी का सपना
किसी प्राकृतिक आपदा और ऐसी किसी त्रासदी को एक कलाकार किस तरह देखता है और उसे अपनी कला के ज़रिये कैसे आम लोगों के सामने अभिव्यक्त करता है, इसे समझना है तो देह
बाज़ारीकरण के इस दौर में एक बेहतरीन सांस्कृतिक पत्रिका
मुख्य धारा की पत्रकारिता में हाशिए पर पहुंच चुकी कला और संस्कृति को लेकर जब आप किसी से बात कीजिए तो वह गंभीर सा चेहरा बनाकर कुछ चिंत
मीडिया से लगभग गायब हो चुके साहित्य और साहित्यकारों को अगर कोई हिन्दी अखबार मंच दे और आज के दौर में पत्रकारिता की नई परिभाषा गढ़े तो बेशक इसके लिए वह बधाई का पात्र है। उत्तर भारत के सबसे विश्वसनीय अखबार ‘अमर उजाला’ ने ऐसी ही पहल की है। साहित्यकारों से संवाद तो गाहे बगाहे होते रहे हैं, उनके इक्का-दुक्का इंटरव्यू भी छपते रहे हैं लेकिन समकालीन साहित्यिक-राजनीतिक परिवे
अपनी अभिनय प्रतिभा से हिन्दी फिल्मों में नया मुकाम हासिल करने वाले भारत में जन्में पहले अमेरिकी अदाकार टॉम ऑल्टर नहीं रहे। मुंबई में 29 अक्टूबर की रात उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। रंगमंच और फिल्मों के अलावा तमाम टीवी धारावाहिकों में अपने बेहतरीन अभिनय का लोहा मनवा चुके टॉम ऑल्टर 1950 में मसूरी में जन्में, पढ़ने के लिए अमेरिका की येल यूनिवर्सिटी गए और 1970 में जब लौटकर आए तो दो
रंगमंच पर सरकारी पहरे की कोशिश पहले भी होती रही है। समसामयिक मुद्दों और राजनीतिक सवालों पर नाटक करने वाले कलाकारों को सरकारी दमन का शिकार होना पड़ा है लेकिन प्रतिरोध की ताकतें कभी कम नहीं हुईं। आवाज़ बुलंद होती रही और सत्ता प्रतिष्ठानों और प्रशासन को कई बार झुकना पड़ा। खुद को लोकतांत्रिक और आम आदमी की सरकार कहने वाली दिल्ली की आप सरकार भी इस बीमारी से अछूती नहीं रही। स
दिल्ली। वह शुभ मुहूर्त आखिर आ ही गया, जिसका इंतजार लोग काफी समय से कर रहे थे, क्योंकि नवरात्र के मौके पर विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘रामलीला’ की शुरुआत हो चुकी है। दिल्ली की 40 साल पुरानी एवं राजधानी की प्रमुख लव-कुश रामलीला कमेटी ने भी गुरुवार को गणेश पूजन एवं गणेश वंदना पर आधारित भव्य नृत्य के साथ लालकिला मैदान में रामलीला
इफ्को ने मनाई विश्वकर्मा जयंती
ऑवला (बरेली), 17 सितंबर। विश्वकर्मा जंयती पर इफको ऑवला के केन्द्रीय कार्यशाला में वरिष्ठ महाप्रबंधक जी के गौतम ने वैदिक कर्मकाण्ड के साथ पूजा अर्चना की और इफको संयत्र को निर्बाध रुप से चलाने के लिए आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस मौक पर वरिष्ठ महाप्रबंधक जी के गौतम ने भगवान विश्वकर्मा की महत्ता पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि