रशियन एकेडमी ऑफ आर्ट्स ने ललित कला अकादमी के प्रशासक और प्रमुख सी एस कृष्ण सेट्टी को प्रतिष्ठित मानद सदस्यता देकर कर उन्हें सम्मानित किया है। फ्रांस की राजकुमारी चेनटल, बान की-मून और जुबिन मेहता जैसी 84 हस्तियों को अबतक इस सम्मान से नवाजा जा चुका है। रशियन एकेडमी के 260 साल के इतिहास में पद्म विभूषण सतीश गुजराल और कलाविद-कलाकार ओ पी शर्मा के बाद सेट्टी तीसरे भारतीय कलाकार हैं जिन्हें
इस बार ललित कला अकादमी के प्रशासक कोई नौकरशाह नहीं हैं, एक कलाकार हैं। मूल रूप से कर्नाटक के रहने वाले सी एस कृष्णा सेट्टि को दिल्ली बुलाकर यह बड़ी ज़िम्मेदारी दे तो दी गई है लेकिन फिलहाल अकादमी के पुराने लोगों को साथ लेकर चलना उनके लिए थोड़ा मुश्किल हो रहा है। सेट्टि चाहते हैं कि कम से कम अब ललित कला अकादमी भ्रष्टाचार और गुटबाजी से मुक्त हो जाए... सी एस कृष्णा सेट्टि से बातचीत