यहां हम सरकार की उन तमाम कोशिशों और आयोजनों के बारे में आपको बताएंगे जो संस्कृति के तमाम आयामों से जुड़े हों। सरकारी स्तर पर होने वाले हर प्रयास और सरकारी विज्ञप्तियों और तस्वीरों के आधार पर हम यहां आपसे वो जानकारियां साझा करेंगे।
भारतीय संस्कृति और रचनात्मकता को बढ़ावा देने और बाज़ार तलाशने के लिए प्रसार भारती ने वेव्स (Waves) ओटीटी प्लेटफार्म बनाया है। सरकार का दावा है कि इसे अबतक 10 लाख से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड कर लिया है।
Read Moreउत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 144 साल बाद हो रहे महाकुंम्भ में "भारंगम" (भारतीय रंग महोत्सव) के एक नाटक ने लोगों का दिल जीत लिया। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के निदेशक चितरंजन त्रिपाठी द्वारा निर्देशित नाटक "समुद्रमंथन " पिछले दिनों देश विदेश से आये लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा।गत वर्ष भारंगम का उद्घटान इसी नाटक से हुआ था।
Read Moreमोदी सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल में हिंदी के किसी प्रसिद्ध लेखक को पद्मभूषण नहीं मिला। यूं तो पद्म पुरस्कार को लेकर अक्सर विवाद होते रहते हैं लेकिन हर बार यह उम्मीद की जाती है कि सरकार उनके साथ न्याय करेगी लेकिन जब इन पुरस्कारों की घोषणा होती है तो इस तरह की कई गड़बड़ियां दिखाई देती हैं और उस पर लोग टीका टिप्पणी भी करते हैं। मीडिया में भले ये सवाल न उठते हों पर सोशल मीडिया में अब ज
Read Moreइस कोरोना समय में समाज के जिन वर्गों को और भी अधिक सीमांत की तरफ धकेला है उसमें कलाकार भी हैं। हर विधा के कलाकार- चाहे वे रंगकर्मी हों, पेंटर हों, मूर्तिशिल्पी हों, गायक हों, वादक हों, नर्तक या नृत्गांगना हों। या लोक कलाकार हों। फिल्मों में काम करनेवाले हों। देश के बड़े बड़े शहरों से जो खबरें (गावो से भी) आ रही हैं वे तो यही बता रही हैं कि युवा और संघर्षशील कलाकारों की जान पर बन आई है।
Read Moreराजेश कुमार राजनीतिक व विचार प्रधान नाटकों के लिए जाने जाते हैं। उन्हें उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी की ओर से 2014 के लिए नाटक लेखन के लिए पुरस्कृत किये जाने की घोषणा की गयी है। वैसे राजेश कुमार इन पुरस्कारों से बहुत ऊपर हैं। हिन्दी रंगमंच और नाट्य लेखन के क्षेत्र में उनका सृजनात्मक काम विशिष्ट है। उनके आसपास भी कोई नहीं दिखता। उनके जैसा प्रतिबद्ध और प्रयोगधर्मी भी कोई नहीं।
Read Moreभारत में ग्रैफिटी कला अब एक नए रूप में सामने आ रही है। ग्रैफिटी यानी दीवारों पर बनाए जाने वाले विशाल चित्रों की श्रृंखलाएं या किसी थीम पर की जाने वाली वॉल पेंटिंग। प्रयागराज का अर्धकुंभ भी इस बार इस कला का गवाह बना है।
Read Moreकुंभ आपने पहले भी देखा होगा। इसके बारे में सुना होगा। तस्वीरों में और चैनलों पर देखा होगा। हर 12 साल में लगने वाले कुंभ की खासियत के बारे में जाना होगा। 2013 में पूर्ण कुंभ का नज़ारा भी देखा होगा और इस बार के अर्धकुंभ की शानदार झलक भी देख रहे होंगे। देश की संस्कृति का एक बेहतरीन आयाम देखने को मिलता है इस महाआयोजन में। इस बार उत्तर प्रदेश सरकार और यहां तक कि केन्द्र सरकार ने इस अर्धकुंभ को
Read Moreरबीन्द्र भवन स्थित ललित कला अकादेमी आर्ट गैलरीज़ में आज गढ़ी विंटर शो 2018 का शुभारम्भ उत्तरी दिल्ली के मेयर श्री आदेश कुमार गुप्ता और अकादमी के अध्यक्ष श्री उत्तम पाचारणे द्वारा किया गया। शो का उद्घाटन संस्कृति मंत्रालय की संयुक्त सचिव (अकादमी और संग्रहालय) श्रीमती निरुपमा कोत्रु, अकादमी के सचिव राजन श्रीपद फुलारी व अन्य गणमान्यों की गरिमामय उपस्थिति में हुआ. इस अवसर पर बड़ी संख्या
Read Moreभोपाल के विहान ड्रामा वर्क्स के हाउसफुल प्रोडक्शन- टोटो चान के साथ, बच्चों के अंतर्राष्ट्रीय रंगमंच उत्सव जश्नेबचपन का 14वां संस्करण आज यहां संपन्न हो गया। बच्चों के लिए सर्वश्रेष्ठ रंगमंच के इस नौ-दिवसीय नाट्य उत्सव की शुरुआत जावा के एक संगीतमय नाटक- सूखा पत्ता से हुई थी, जिसमें जीवन की विभिन्न जटिलताओं के बारे में बताया गया था।
Read Moreअमर उजाला के सलाहकार संपादक उदय कुमार मॉरीशस से लगातार विश्व हिन्दी सम्मेलन पर बेहतरीन रिपोर्ताज अपने अखबार और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भेज रहे हैं। सम्मेलन के आखिरी दिन यानी सोमवार 20 अगस्त को क्या कुछ हुआ , हिन्दी को विश्व की भाषा बनाने के साथ ही बदलते तकनीकी दौर और डिजिटल युग के साथ जोड़ने और विकसित करने को लेकर सम्मेलन में क्या विचार आए , उदय जी की इस रिपोर्ट से इसकी विस्तृत जानकार
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