रूस और यूक्रेन के बीच सैनिक मुठभेड़ (युद्ध) का समापन इकतरफा तौर पर निस्संदेह रूस के पक्ष में होता नज़र आ रहा है, लेकिन इससे मास्को की विश्वव्यापी रणनीति का भी लगभग स्थाई खुलासा हो चुका है कि राष्ट्रहित के मामले में किसी किस्म का अंतरराष्ट्रीयवाद सहन नहीं किया जाएगा। कम्युनिज्म या और कोई समकालीनवाद राष्ट्र के हितों से परे ही बरता जाने को अभिशप्त है।