हिंदी के प्रसिद्ध आलोचक मदन सोनी का कहना है कि वह साहित्य अकादमी का अनुवाद पुरस्कार पाकर काफी खुश हैं और यह पुरस्कार अनुवादक समुदाय के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि अनुवादकों ने ही दुनिया के साहित्य को पाठकों से केवल परिचय ही नहीं कराया बल्कि उसे लोकप्रिय भी बनाया है। भोपाल में रहने वाले 74 वर्षीय मदन सोनी ने साहित्य अकादमी की ओर से अनुवाद पुरस्कारों की घोषणा के बाद अपनी पहली प्रतिक्
हिंदी के जाने माने आलोचक मदन सोनी को साहित्य अकादेमी का अनुवाद पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई है। साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष माधव कौशिक की अध्यक्षता में अकादेमी के कार्यकारी मंडल की बैठक में 21 अनुवादकों को साहित्य अकादेमी अनुवाद पुरस्कार 2024 के लिए अनुमोदित किया गया।