युवा कवि संध्या निवेदिता को 27 अप्रैल को यहां 18 वें शीला सिद्धांतकर सम्मान से सम्मानित किया गया। इलाहाबाद की संध्या निवेदिता इन दिनों दिल्ली में लेखा परीक्षा विभाग में कार्य कर रही हैं। प्रसिद्ध इतिहासकार उमा चक्रवर्ती ने उन्हें यह सम्मान प्रदान किया। सुश्री निवेदिता को उनके कविता संग्रह” सुनो जोगी एवं अन्य कविताओं “ के लिए यह सम्मान दिया गया है। सम्मान के तहत उन्हें 21 हज़ार रु
Read Moreहिंदी रंगमंच में आजकल बहुत कम ऐसे नाटक देखने को मिलते हैं जिनकी प्रस्तुति पूरी तरह से हर पैमाने पर खरी उतरे और उसमें एक कसाव हो। किसी नाटक का सफल होना केवल निर्देशक पर निर्भर नहीं करता बल्कि अभिनेता और नाटक के चुस्त संवादो पर भी निर्भर करता है। कहानी के रंगमंच के 50 वर्ष पूरे होने के मौके पर “ मेलो रंग” की ओर से प्रस्तुत विजय पंडित का “जोगिया राग “ एक ऐसा ही नाटक है जो अपनी प्रस्तुत
Read Moreआपको पता होगा कि सरकार ने डाटा पर्सनल प्रोटेक्शन एक्ट बनाया है और जल्दी ही उस एक्ट के नियम लागू होने वाले हैं। अगर यह नियम लागू हो गए तो इससे पत्रकारों की आजादी पूरी तरह छिन जाएगी और उनके लिए काम करना मुश्किल हो जाएगा। 21 अप्रैल की शाम प्रेस क्लब में इस गंभीर मुद्दे पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें सूचना के अधिकार की प्रसिद्ध कार्यकर्ता अंजलि भारद्वाज समेत कई कार्यकर्ताओं, वकी
Read Moreप्रसिद्ध समाजवादी एवं जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में समाज विज्ञान के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर आनंद कुमार को सिटीजंस फॉर डेमोक्रेसी का नया अध्यक्ष बनाया गया है जबकि नया महासचिव दिल्ली विश्विद्यालय के सत्यवती कालेज में राजनीति शास्त्र के प्रोफेसर शशि शेखर सिंह को बनाया गया है। गांधी शांति प्रतिष्ठान में गत दिनों सी एफ डी की स्वर्ण जयंती पर आयोजित दो दिवसीय समारोह में डॉक्टर कु�
Read Moreआज से करीब 50 साल पहले जयप्रकाश नारायण ने दिल्ली के गांधी शांति प्रतिष्ठान में नागरिक समाज की एक संस्था “ सिटीजंस फॉर डेमोक्रेसी” की स्थापना की थी क्योंकि तब उन्हें लोकतंत्र को बचाना था और लोकतंत्र को बचाने के लिए ही उन्होंने आपातकाल का विरोध किया था। उसी गांधी शांति प्रतिष्ठान से वे गिरफ्तार भी हुए थे। देश मे एमर्जेसी लगी लेकिन जे पी ने इंदिरा गांधी की तानाशाही का खुल कर विरोध करत
Read More944 की गर्मियाँ...। रावलपिंडी स्टेशन पर एक बड़ी भीड़ फ्रंटियर मेल का इंतजार कर रही थी। शहर का एक होनहार युवा बी.बी.सी., लंदन की नौकरी से वापस लौट रहा था। वहाँ के लिए यह एक गर्व की बात थी। स्टेशन पर युवक के माता-पिता, भाई, रिश्तेदार उसके दोस्त और रावलपिंडी के कई महत्त्वपूर्ण लोग हाथों में फूलों की मालाएँ लिए उसका स्वागत करने के लिए बेचैन हो रहे थे...। तभी ट्रेन आकर रूकी.... सब फर्स्ट क्लास के डिब्ब
Read Moreक्या आप सुंदरी के श्रीधरणी को जानते हैं ? शायद नहीं जानते होंगे लेकिन जब आप दिल्ली के त्रिवेणी कला संगम में कभी गए होंगे तो आपने यह जरूर सोचा होगा कि यह सुंदर कला परिसर किसने बनाया है जो देश की राजधानी का सबसे प्रतिष्ठित कला परिसर है। हां, हम बात कर रहे हैं सुंदरी के श्रीधरणी आर्ट गैलरी की जिनका यह शताब्दी वर्ष है। 7 अप्रैल 1925 को हैदराबाद (सिंध प्रांत )में जन्मी सुंदरी जी एक नृत्यांग�
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