वरिष्ठ कहानीकार चंद्र किशोर जायसवाल को दिल्ली के इंडिया हैबीटेट सेंटर में एक भव्य आयोजन के दौरान 2024 का श्रीलाल शुक्ल स्मृति इफको सम्मान दिया गया है। वहीं इसी साल शुरु हुए श्रीलाल शुक्ल स्मृति इफको युवा साहित्य सम्मान सुश्री रेनू यादव को उनके कहानी संग्रह ‘काला सोना’ के लिए दिया गया। इन लेखकों को ये सम्मान जाने माने आलोचक और वयोवृद्ध साहित्यकार प्रोफेसर विश्वनाथ त्रिपाठी ने दि
Read Moreगाजियाबाद में 'कथा रंग' की ओर से आयोजित कथा संवाद में सुनी गई कहानियों पर विमर्श के दौरान सुप्रसिद्ध रचनाकार व कार्यक्रम अध्यक्ष योगेंद्र दत्त शर्मा ने कहा कि मशीनीकरण के इस दौर में संवेदना का क्षरण हो रहा है। इस क्षरण की वजह से समाज में संवेदनशीलता का लोप होता जा रहा है। साहित्य मनुष्य में संवेदना उत्पन्न करता है। उन्होंने कहा कि यह सुखद स्थिति है कि एनसीआर में कहानी लिखने का एक ऐ
Read Moreमुंबई में पिछले दिनों आयोजित कविता मुंबई कार्यक्रम में तीन दिनों तक कविता के विभिन्न आयामों पर सार्थक चर्चा हुई और देश के अलग अलग हिस्सों से आए कवियों ने अपनी कविताएं सुनाईं। इस दौरान मुंबई विश्वविद्यालय के तमाम कॉलेजों में कैंपस में कविता कार्यक्रम आयोजित हुए जिसमें बड़ी संख्या में युवा और उभरते हुए कवियों ने खुद को अभिव्यक्त किया।
Read Moreजन संस्कृति मंच की ओर से मशहूर अवामी शायर तश्ना आलमी के सातवें स्मृति दिवस के मौके पर लखनऊ के इप्टा दफ़्तर में ‘याद ए तश्ना आलमी’ का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता डॉ नदीम हसनैन ने की। मुख्य अतिथि थीं प्रोफेसर रूपरेखा वर्मा। इस मौके पर त्रैमासिक ई पत्रिका 'तज़किरा' जारी की गई। प्रोफ़ेसर रूप रेखा वर्मा ने मीर तक़ी मीर के “शे’र ख़शका खैंचा” और मजाज़ का मुस्लिम महिलाओं को संबोधित किय
Read Moreयह तो भाई हद हो गई। वे बार-बार कह रहे हैं कि वे कट्टर ईमानदार हैं, बेईमानी से दूर-दूर तक उनका कोई नाता नहीं है। फिर भी कोई मानने को तैयार ही नहीं है। जब वे गला फाड़-फाड़कर ईमानदारी की कसमें खा रहे हैं तब तो हर किसी को उनकी बात पर विश्वास कर ही लेना चाहिए।
Read Moreघर या फ्लैट के कमरे, रसोईघर, पूजाघर, खिड़की, दरवाज़े और आलमारियां आदि के रख रखाव में दिशाओं का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है। इसी कड़ी में हम आपको बताना चाहेंगे कि कैसे करीने से सजा हुआ घर आपके व्यक्तित्व में चार चांद लगा देता है। आज की नई पीढ़ी ड्राइंग रूम और लिविंग रूम को सजाने में काफी दिलचस्पी लेने लगी है।
Read Moreसाहित्यकार भुवनेश्वर ने आज के 85 साल पहले प्रसिद्ध कहानी लिखी थी- भेड़िये। तब यह कहानी जितनी चर्चित हुई थी उससे ज्यादा भेड़िये चर्चा में आए थे। उसी खौफ के साथ भेड़िये फिर लौटे हैं। यूपी के बहराइच और आसपास के इलाकों में भेड़ियों का खौफ पसरा है। टीवी चैनलों पर सिर्फ भेड़िये छाए हैं। पैने और नुकीले दांत दिखाते, जीभ से लार टपकाते और खून सने मुंह वाले भेड़िये। नदी-नालों और खेतों में झुंड
Read Moreताओं का माफी मांगना, वोट की खातिर जनता के आगे नतमस्तक हो जाना, खुद को निरीह और वक्त का मारा बता कर रोना और सहानुभूति लेना आम बात है... लेकिन जब कोई 'सर्वशक्तिशाली विश्वगुरु' या परालौकिक प्राणी की जुबान पर माफी जैसा शब्द आ जाए तो सोचिए वह किस मानसिक द्वंद्व और मजबूरी का शिकार होगा.. जिसके अहंकार की मिसालें दी जाती हों, जिसे ईश्वर का अवतार साबित किया जाता रहा हो, वह गांधी जी बन जाए, उसके भीतर
Read Moreजाने माने रंगकर्मी और नाटकों के शिल्प से लेकर कथ्य तक को बेहद समृद्ध करने वाले हबीब तनवीर की याद में हर साल दिए जाने वाले कारवां-ए-हबीब सम्मान इस साल मशहूर नाट्य समीक्षक और लेखक डॉ जयदेव तनेजा को दिया जाएगा। सत्तर और अस्सी के दशक से लेकर अबतक जयदेव तनेजा ने रंगकर्म के क्षेत्र में जबरदस्त काम किया है और उनके लेख और नाट्य समीक्षाएं जनसत्ता, नवभारत टाइम्स समेत देश के तमाम प्रतिष्ठित अ
Read More