जिनके जीवन में रंग नहीं हैं, वृंदावन की गलियां उन्हें भी रंगीन बना देेती हैं…
विधवाओं के लिए समाज में जो परंपरागत सोच है, वृंदावन उसे खारिज करता है। कहते हैं कि देश में ये इकलौती ऐसी जगह है जहां समय-असमय सफ़ेद कपड़ों में लिपट जाने वाली महिलाओं के जीवन में यहां रंग भर जाते हैं। कृष्ण भक्ति में रमी और राधे राधे करती ये महिलाएं यहां ज़िंदगी के मायने तलाशती हैं, कुछ नए रंगों को अपने जीवन में भरने की कोशिश करती हैं।
होली ऐसा ही मौका है। खासकर ब्रज की होली जहां करीब एक हफ्ते तक रंगों में सराबोर, मस्ती में डूबी और कृष्ण की भक्ति में तल्लीन इन विधवाओं के जीवन में कुछ नए फूल खिलते हैं। इन्हीं फूलों के रंगों को पकडड़ने की कोशिश की है वरिष्ठ फोटोग्राफर रवि बत्रा ने। आप भी देखिए….
Posted Date:
February 28, 2018
3:09 pm