बुद्धिस्ट सर्किट के तौर पर विकसित होने वाले तमाम पर्यटक स्थलों में सबसे अहम है लुम्बिनी। वही लुम्बिनी जहां गौतम बुद्ध पैदा हुए थे। वही लुम्बिनी जहां से बुद्ध को समझा जा सकता है। कुछ लोग बुद्ध को समझने बोध गया जाते हैं, कुछ सारनाथ, लेकिन जब आप लुम्बिनी आएंगे तो वहां बुद्ध को बचपन से जानने समझने का मौका भी पाएंगे और उनके आदर्शों को भी समझ पाएंगे। अजय पांडेय जब लुम्बिनी घूमने गए तो वहां से कई तस्वीरें भी ले आए और कुछ जानकारियां भी। आप भी देखिए-पढ़िए।
लुम्बिनी एक बार अवश्य जाने योग्य पर्यटक स्थल है । भगवान बुद्ध का मूल जन्मस्थान और उनकी माँ , माया देवी का मंदिर बहुत प्रभावित करता है । मंदिर के आसपास बौद्ध मठों के ऐतिहासिक भग्नावशेष , इतिहास के बहुत करीब पहुंचा देते हैं । वहां एक विशाल वट वृक्ष भी है जिसकी प्रदीक्षणा बौद्ध लामाओं के साथ बौद्धधर्मावलम्बी करते हैं , जो बहुत श्रद्धा उत्पन्न करता है ।
सैकड़ों एकड़ में फैले लुम्बिनी का बौद्ध मंदिरों का इलाका बहुत ही सुंदर ढंग से प्लान किया गया है । विभिन्न बौद्ध देशों ने अपने विशाल और नयनाभिराम मंदिर बनाये हैं , जो देखने लायक हैं ।
परिसर के बीचोबीच बना कैनाल ( नहर ) पर्यटकों को बोट की मजेदार सवारी का मौका देता है ।अन्य पर्यटक स्थलों की तरह यहां भी टैक्सी – ऑटो व दुकानदारों की लूट – खसोट है । कोई भी खरददारी और सवारी भाड़ा करने के पहले पर्याप्त मोल – भाव जरूरी है ।गोरखपुर से सोनौली बॉर्डर होते हुए सड़क मार्ग से करीब 140 किलोमीटर की दूरी है और गोरखपुर से आसानी से बसें और टैक्सियां मिल जाती हैं ।जब कभी मौका मिले घूम आएं लुम्बिनी ।
December 1, 2018
8:56 pm