भारतीय कला और लोक संस्कृति के विभिन्न आयामों को आगे बढ़ाने और कलाकारों को मंच देने के काम में जुटा किरण नादर म्युजियम ऑफ आर्ट (केएनएमए) फरवरी में तीन दिनों का चित्रकला महोत्सव करने जा रहा है। दिल्ली के साकेत में म्युजियम के परिसर में होने जा रहे इस महोत्सव में देश भर की लोक और आदिवासी कलाओं के तमाम रूपों को देखा जा सकेगा। देश के अलग अलग हिस्सों के कलाकार 8 से 10 फरवरी को होने वाले इस महोत्सव में अपने विभिन्न कला रूपों के साथ मौजूद रहेंगे। किरण नादर म्युजियम ऑफ आर्ट इस महोत्सव का आयोजन पिछले 38 वर्षों से लोक कलाओं के क्षेत्र में काम कर रहे एनजीओ ‘दस्तकार’ के सहयोग से कर रहा है।
दस्करार अपने देश के दूर दराज़ के इलाकों में काम कर रहे हस्तशिल्पियों और लोक कलाकारों के हुनर को संवारने के साथ साथ इनकी कला को दुनिया के पटल पर लाने की दिशा में अहम भूमिका निभा रही है। इससे इन कलाकारों की आर्थिक दशा सुधारने में भी मदद मिल रही है।
चित्रकला महोत्सव के दौरान युवा और नवोदित कलाकारों के लिए तीन दिनों की विभिन्न कार्यशालाएं भी आयोजित की जा रही है जिसमें हर कला के जाने माने कलाकार और हस्तशिल्पी अपने हुनर का मुफ्त प्रशिक्षण भी देंगे। इसमें महिला हस्तशिल्पियों के अलावा दूर दराज के गांवों से आए हस्तशिल्पी हिस्सा लेंगे। इस महोत्सव के दौरान अलग अलग राज्यों के पारंपरिक ज़ायके भी होंगे और तमाम स्टॉल्स में आपको मधुबनी, पिचवाई, गोंड, पत्ताचित्र, मिनिएचर, सांझी, कालीघाट जैसी तमाम कलाओं की झलक मिलेगी।
Posted Date:January 20, 2019
8:59 am