भारत में ग्रैफिटी कला अब एक नए रूप में सामने आ रही है। ग्रैफिटी यानी दीवारों पर बनाए जाने वाले विशाल चित्रों की श्रृंखलाएं या किसी थीम पर की जाने वाली वॉल पेंटिंग। इसकी झलक आपको दिल्ली और दूसरे महानगरों में तो मिल ही जाएगी, लेकिन अब सरकारी विकास की तमाम इबारतों में अब ग्रैफिटी आर्ट का इस्तेमाल एक नई परंपरा की तरह देखने में आ रही है। नोएडा के तमाम अंडरपास हों, मेट्रो के तमाम पिलर्स हों या फिर एक्सप्रेस-वे या एलीवेटेड रोड्स के पिलर्स हों, आपको हर जगह इस कला के कई आयाम देखने को मिल जाएंगे। करोड़ों रूपए के ठेके इसके लिए दिए जाते हैं और अब बड़ी बड़ी कंपनियां इसके जरिये कलाकारों को अपने साथ जोड़ रही हैं। प्रयागराज का अर्धकुंभ भी इस बार इस कला का गवाह बना है। प्रयाग की दीवारें और शहर के तमाम इलाके ग्रैफिटी आर्ट के ज़रिये अपनी लोककलाओं और परंपराओं का खूबसूरत आइना बन गई हैं। इसकी झलक आपको इन तस्वीरों में मिल जाएगी।
January 19, 2019
3:53 pm