कथा संवाद के 5 साल: साहित्य की नई पौध की नर्सरी

गाजियाबाद में साहित्य सृजन को लगातार एक गंभीर और सार्थक मंच देने की परंपरा शुरु करने वाली संस्था मीडिया 360 लिटरेरी फाउंडेशन का कथा संवाद निरंतर अपने मिशन में लगा है। पिछले पांच सालों से लगातार हर महीने कथा संवाद के जरिये तमाम नए रचनाकारों को मंच देने और कथाकारों की एक नई पीढ़ी को समृद्ध करने में लगी इस संस्था ने इस साल का आखिरी कथा संवाद 25 दिसंबर को गाजियाबाद में आयोजित किया। कथा संवाद ने इसी के साथ अपने पांच साल का सफर पूरा किया। इस मौके पर कथा संवाद की इस पहल को भरपूर सराहना मिली कि इसके जरिये नवोदित से लेकर 60 साल पार कर चुके रचनाकारों का उदय हो रहा है। पूरी रिपोर्ट पेश है –

किस्सागोई की परंपरा को समृद्ध कर रहा है “कथा संवाद” : अनिल जोशी

साठ पार कर चुके लोगों का लेखन में आना भविष्य के प्रति आश्वस्त करता है : सुधीर मिश्रा

मीडिया 360 लिट्रेरी फाउंडेशन के “कथा संवाद” को संबोधित करते हुए केंद्रीय हिंदी शिक्षण मंडल के उपाध्यक्ष अनिल जोशी ने कहा कि अपने ब्रिटेन प्रवास के दौरान उन्होंने “कथा यू.के.” के माध्यम से कहानियों के वाचन की परंपरा शुरू की थी। लेकिन भारत में “कथा संवाद” के बहाने किस्सागोई की यह परंपरा अन्यत्र दिखाई नहीं देती। “कथा संवाद” की यात्रा के पांच वर्ष पूरे होने पर उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन शुरू करने तो आसान हैं लेकिन उनका लंबे समय तक निर्वहन मुश्किल होता है। उन्होंने अपनी कहानी “विसर्जन” का पाठ किया। जिस पर उन्हें पूरे सदन की सराहना मिली।
होटल रेडबरी में आयोजित “कथा संवाद” को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि पत्रकार, कवि व लेखक सुधीर मिश्रा ने कहा कि ऐसी कार्यशालाएं हमें भविष्य के प्रति आश्वस्त करती हैं। साठ की वय पार कर चुके वरिष्ठ लोगों का नए कहानीकार के रूप में उदय होना इस बात का सुबूत है कि यह कार्यशाला अपने उद्देश्य में सफल है। सुधीर मिश्रा ने कहा कि यहां सुनी जाने वाली कहानियां यदि पुस्तक रूप में सामने आएंगी तो अन्य लोगों को भी लेखन की प्रेरणा मिलेगी। उनकी कहानी “गूलर का फूल” भी भरपूर सराही गई। अति विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद देश के सुप्रसिद्ध कवि, लेखक व व्यंग्यकार पंकज प्रसून ने “फुन्नी दादा की प्रेम कहानी उर्फ शिलाजीत और मोबाइल” के जरिए दैनिक जीवन में हास्य की संभावना तलाशने का संदेश दिया।


संस्था के अध्यक्ष शिवराज सिंह ने “ठूंठ”, शकील अहमद ने “बुखार ए इश्क”, प्रतिभा प्रीत ने “उड़ान”, छाया श्रीवास्तव ने “अनायास”, देवेन्द्र देव ने “भाग्योदय” व रश्मि वर्मा ने “सैंटा” कहानी पर भरपूर सराहना बटोरी। नवंबर माह के लिए डॉ. बीना शर्मा को ”किआन कथा सम्मान”, शकील अहमद सैफ को “दीप स्मृति कथा सम्मान” व प्रतिभा प्रीत को “कथा रंग युवा लेखन सम्मान से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम का संचालन रिंकल शर्मा ने किया। इस अवसर पर सुभाष चंदर, आलोक यात्री, डॉ. अशोक मैत्रेय, रवि शंकर पाण्डेय, डॉ. वीना मित्तल, राष्ट्र वर्धन अरोड़ा, शशि कांत भारद्वाज, डॉ. पूनम सिंह, राम प्रकाश गौड़, डॉ.अजय गोयल,राजकमल, सुभाष अखिल, सिनीवाली शर्मा, मासूम गाजियाबादी, विपिन जैन, रविंद्रकांत त्यागी, तेजवीर सिंह, वागीश शर्मा, अनिल शर्मा, अनिमेष शर्मा, नित्यानंद तुषार, अंशुल अग्रवाल, सत्यनारायण शर्मा, देवव्रत चौधरी, प्रभात चौधरी, जाहिद अली, श्रीमंत मिश्रा, सुरेश शर्मा अखिल, मनीषा गुप्ता, अविनाश शर्मा, ओंकार सिंह, निखिल झा, राजेश कुमार, तिलक राज अरोड़ा, जावेद खान सैफी, किशन लाल भारती, सरोज शर्मा, गीता रस्तौगी, अक्षयवर नाथ श्रीवास्तव, अनिमेष, हीरेंद्र कांत शर्मा, राकेश शर्मा सहित बड़ी संख्या में श्रोता उपस्थित थे।

Posted Date:

December 26, 2022

3:47 pm Tags: , , ,
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