Month: September 2015
वीरेन दा का जाना : आएंगे उजले दिन, ज़रूर आएंगे…
mm Indian Art Forms
September 30, 2015

साहित्य और पत्रकारिता के बीच क्या रिश्ता हो सकता है, इसे समझने के लिए वीरेन डंगवाल की शख्सियत को करीब से देखा जा सकता है। 68 साल के वीरेन डंगवाल की सादगी के बारे में, संवेदनशीलता के बारे में, उम्मीदों से भरी उनकी कविताओं के बारे में उनके चाहने वालों ने लगातार लिखा, अपने अनुभव साझा किए और वीरेन दा के गुज़र जाने के बाद तमाम मंचों पर उन्हें अपने अपने तरीके से याद किया।

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आएंगे उजले दिन, ज़रूर आएंगे…
mm Indianartforms
September 29, 2015

साहित्य और पत्रकारिता के बीच क्या रिश्ता हो सकता है, इसे समझने के लिए वीरेन डंगवाल की शख्सियत को करीब से देखा जा सकता है। 68 साल के वीरेन डंगवाल की सादगी के बारे में, संवेदनशीलता के बारे में, उम्मीदों से भरी उनकी कविताओं के बारे में उनके चाहने वालों ने लगातार लिखा, अपने अनुभव साझा किए और वीरेन दा के गुज़र जाने के बाद तमाम मंचों पर उन्हें अपने अपने तरीके से याद किया।

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