इलाहाबाद। आम तौर पर आज के दौर में संस्कृत नाटकों का मंचन अपने देश में कम होता है, लेकिन इलाहाबाद के दर्शकों को उत्तर प्रश्नम नाम के संस्कृत नाटक ने रंगमंच के नए एहसास से भर दिया। समन्वय नामक सांस्कृतिक संस्था की सचिव सुषमा शर्मा के परिकल्पना और निर्देशन में उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र में हुए इस नाटक के लेखक हैं मीराकांत। इसका संस्कृत भाषा में रूपान्तरण किया सुरेन्द्रपाल सिंह ने।
इलाहाबाद में चार साल के बाद हुए किसी संस्कृत नाटक को देखने बड़ी संख्या में रंगकर्मी और संस्कृतिप्रेमी पहुंचे। दरअसल यह नाटक कश्मीर के ऐतिहासिक परिदृष्य के इर्द गिर्द घूमती है और कल्हण की राज तरंगनी के एक प्रसंग पर केन्द्रित है। यह कश्मीर की पहली महिला शासक यशोवती की कहानी है कि कैसे कृष्ण के हाथों अपने पति की मौत के बाद उन्हें वहां का साम्राज्य मिलता है और उन्हीं के मंत्रीगण एक महिला को सत्ता से हटाने के लिए किस किस तरह की साजिश रचते हैं। खास बात यह है कि इसे मौजूदा संदर्भ में महिला सशक्तिकरण से जोड़कर लिखा गया है और यशोवती के व्यक्तित्व में ममता, वात्सल्य, त्याग जैसे गुणों के अलावा एक मज़बूत और कुशल शासक को भी दिखाया गया है।
अंशु सिंह ने यशोवती की भूमिका को बखूबी निभाया है। इनके अलावा मिथिलेश मालवीय, विख्यात पांडेय, डॉ सुरेन्द्र पाल सिंह, अनूप त्रिपाठी, प्रवीण कुमार, सुमित मिश्रा, शिवानंद शास्त्री, उषा शुक्ला, ऋतंभरा मिश्रा, नीलिमा श्रीवास्तव जैसे किरदारों ने भी अपनी अपनी भूमिका के साथ न्याय किया है।
Posted Date:July 13, 2017
7:41 pm Tags: Uttarprashnam, sanskritplay, allahabad, sushmasharma, samanvay