तमाम अखबार, सोशल मीडिया और टेलीविज़न चैनल ठुमरी साम्राज्ञी और बनारस घराने की अभूतपूर्व शख्सियत गिरिजा देवी को अपने अपने तरीके से श्रद्धांजलि दे रहे हैं… हर कोई इस महान गायिका की तमाम यादों और मन में बस जाने की उनकी गायन शैली के बारे में अपनी भावनाएं अभिव्यक्त कर रहा है… सोशल मीडिया के कुछ साथियों की पोस्ट हम आपको पढ़वाते हैं.. साथ ही अमर उजाला का वो शानदार पेज भी आपके लिए लाए हैं जो गिरिजा देवी की स्मृति में बनाया गया है….
इसे आप अच्छी तरह पढ़ पाएं इसके लिए इस लिंक पर क्लिक करें….
http://epaper.amarujala.com/vc/20171025/14.html?format=img
http://epaper.amarujala.com/vc/20171025/02.html?format=img
और अब वरिष्ठ पत्रकार शेष नारायण सिंह की फेसबुक वॉल से उनकी एक पोस्ट —
अलविदा ठुमरी की मलिका , अलविदा गिरिजा देवी जी.
पद्मश्री, पद्मभूषण ,पद्मविभूषण गिरिजा देवी ने जस की तस धरि दीनी चदरिया . आज धरती से गिरिजा देवी चली गयीं. बहुत लोगों को उन्होंने संगीत सिखाया , आई टी सी संगीत एकेडमी और बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में प्राध्यापिका रहीं. करोड़ों लोगों को संगीत सुनने की तमीज सिखाई. मैं भी उसमें शामिल हूँ .संगीत के महान विद्वान् स्व. ठाकुर जयदेव सिंह के सिद्धगिरि बाग़ , वाराणसी स्थित निवास पर एकाधिक बार उनको संगीत के बारे में बात करते देखा था . ठुमरी, टप्पा, कजरी ,चैती, होरी, सब कुछ तो गाती थीं. १९६८ में पहली बार उनको गाते सुना था. तब से कई बार सुना . आज लग रहा है कोई घर का ही चला गया . ८८ साल की उम्र में महान विदुषी चली गयीं .हम आपको हमेशा याद रखेंगें अप्पा.
Posted Date:
October 25, 2017
10:31 am Tags: गिरिजा देवी नमन, ठुमरी साम्राज्ञी, मीडिया में गिरिजा देवी, Girija Devi, Thumri queen, Media and Girija Devi, Amar Ujala Girija Devi