आखिर हमें बार बार सबको ये एहसास दिलाने की ज़रूरत क्यों पड़ती है कि बेटियां हमारी और पूरे देश की गौरव हैं। बेटियों को लेकर समाज में जो परंपरागत सोच है और उन्हें हाशिए पर रखने की जो मानसिकता है, उसे बदलने की कारगर कोशिशें शुरू हो चुकी है। आज़ादी के 70 साल बाद अब देश नई करवट ले रहा है और बेटियों को मुख्य धारा में लाने के साथ साथ उन्हें बराबरी का हक दिलाने की दिशा में कोशिशें तेज़ हुई हैं। सुखी संसार और परिधि आर्ट ग्रुप 14 से 22 अगस्त तक बेटी उत्सव का आयोजन कर रही है जिसके तहत देश भर के स्कूलों की लड़कियों के लिए तमाम तरह के कार्यक्रम रखे गए हैं। इसका उद्घाटन नोएडा के मारवाह स्टूडियो में केन्द्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री डॉ महेश शर्मा करेंगे। इस मौके पर – बेटी है अनमोल रतन – की थीम पर देश के करीब 500 स्कूलों में पेंटिंग प्रतियोगिताएं हो रही हैं। मोबाइल फिल्मोत्सव, फोटोग्राफी प्रतियोगिता और नुक्कड़ नाटक भी इस बेटी महोत्सव के अहम हिस्से हैं।
प्रधानमंत्री के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत हो रहे इस आयोजन में तमाम संस्थाएं बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं और देश भर के तमाम हिस्सों से इसे समर्थन मिल रहा है। इस आयोजन को कामयाब बनाने में सुखी संसार और परिधि आर्ट ग्रुप के अलावा मारवाह स्टूडियो, कलाकारों की संस्था ऊचान, रेडियो नोएडा, वैदेही मीडिया, 7 रंग, इंडियन आर्ट फॉर्म्स डॉट कॉम, आर्ट फाउंडेशन, ऑल इंडिया फोक एंड ट्राइबल आर्ट परिषद, नारी मंच, व्हाइट शैडो और स्मार्टिकन जैसी जानी मानी संस्थाएं जोर शोर से लगी हैं। यह अपने तरह का अनोखा आयोजन है और इसे लेकर हर वर्ग के लोगों में खासा उत्साह है।
बेटी है अनमोल रतन.. विषय पर आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे प्रतियोगियों की तमाम पेंटिग्स को जाने माने कलाकारों का एक पैनल देखेगा और चुनी हुई पेंटिग्स की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इनमें से चुने हुए 30 प्रतियोगियों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने का मौका भी मिलेगा। इस मिशन के तहत अगले एक साल तक लगातार देश के 10 हज़ार स्कूलों में पेंटिग्स प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी और हर वर्ग के प्रतियोगियों को पुरस्कृत किया जाएगा। संस्था की तरफ से बेटी उत्सव के हर प्रतियोगी का प्रमाणपत्र दिए जाएंगे। पेंटिग्स के अलावा हर स्कूल में छात्राओं का मुफ्त होमोग्लोबिन टेस्ट भी किया जाएगा। बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ अभियान के तहत चलने वाले इस बेटी उत्सव का लक्ष्य बेटियों को सम्मान दिलाना, उन्हें स्वास्थ्य और शिक्षा की सुविधाएं मुहैया कराने के साथ साथ उनके हुनर को एक पहचान दिलाना भी है।
Posted Date:August 13, 2016
5:44 pm