जहां ग़म भी न हो, आंसू भी न हो…

एक ऐसी दुनिया की कल्पना, एक ऐसे खुशनुमा समाज का सपना और हर तरफ प्यार ही प्यार की तमन्ना लिए 58 साल की उम्र में किशोर दा ने बेशक सबको अलविदा कह दिया हो, लेकिन वो हमेशा सबके बीच हैं… उसी तरन्नुम में, उसी अंदाज़ में और अपने उन्हीं खूसूरत सपनों के साथ….  उनके बड़े भाई अशोक कुमार ने उन्हें इस लायक बनाया, उनकी प्रतिभा को मंच दिया, तमाम मौके दिए और किशोर को किशोर बनाया… संयोग देखिए दादा मुनि  के जन्मदिन पर ही किशोर कुमार ने अंतिम सांस ली।

किशोर कुमार के किस्से तमाम हैं। हर जगह आपको मिल जाएंगे। बेशक अशोक कुमार के उतने न मिलें लेकिन उनके मनमौजी और मस्तमौला भाई किशोर की गायिकी से ज्यादा उनकी ज़िंदगी के तमाम रंग आपको जगह जगह दिखाई देते हैं। किशोर दा के गुज़र जाने के बाद तो उनके बेटे अमित कुमार ने गायिकी छोड़कर अपने पिता के किस्से सुना सुना कर और कभी कभार उनके हिट गाने गा गा कर ही अपनी जगह बना रखी है। आखिर अपने पिता की प्रतिभा और किस्सों की इतनी अनमोल विरासत जो है उनके पास। वैसे भी किशोर कुमार एवरग्रीन हैं। जन्मदिन हो या पुण्यतिथि – इन मौकों के अलावा भी साल के हर दिन उनके गीतों के नाम कर दिए जाएं तो लोग ऊब नहीं सकते। यह संयोग ही है कि 13 अक्तूबर को ही उनके बड़े भाई और दादा मुनि अशोक कुमार का जन्मदिन भी है और किशोर दा की पुण्यतिथि भी। दोनों भाइयों ने अपने अपने तरीके से फिल्म इंडस्ट्री को जो दिया, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। हम इस मौके पर कुछ पुराने पन्ने पलटते हैं। इनके उन पारिवारिक और यादगार अल्बम के ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीरों में झांकते हैं और इन दुर्लभ तस्वीरों के ज़रिये उन्हें याद करते हैं। कुछ तस्वीरें देखिए…

 

 

Posted Date:

October 13, 2017

3:39 pm Tags: , , , ,
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