दिल्ली की जामा मस्जिद के बारे में आपने खूब सुना होगा। लखनऊ, भोपाल, आगरा जैसे तमाम ऐतिहासिक शहरों में मुगलों ने जामा मस्जिदें बनवाईं लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा में रही दिल्ली की जामा मस्जिद। वास्तुकला की अनोखी मिसाल और आपसी भाईचारे की कई कहानियां खुद में समेटे हुए। मौजूदा दौर में बेशक सियासत ने इस पाक जगह को अपनी गिरफ़्त में ले लिया हो, लेकिन दुनिया जहान में इस बेहतरीन मस्जिद जैसी कोई मस्जिद नहीं। शाहजहां ने 1656 ई में यह इमारत बनवाई थी.. लाल और संगमरमर के पत्थरों से बनी ये मस्जिद इस्लामिक वास्तुकला की अद्भुत मिसाल है। इसका असली नाम है मस्जिद-ए-जहां-नुमा। इसे करीब पांच हज़ार शिल्पकारों ने 6 साल में तैयार किया। इसके विशाल भीतरी कक्ष में एक साथ 25 हज़ार लोग बैठ सकते हैं। ग्यारह खूबसूरत मेहराबों और तीन गुंम्बदों से सजी जामा मस्जिद हमारे बेहद उत्कृष्ट ऐतिहासिक धरोहरों में से एक है। यहां की मीनारों से दिल्ली कैसी दिखती है, चांदनी चौक का नज़ारा क्या होता है और इसकी वास्तुकला आज भी कैसी है, इसे बेहद संवेदनशील और रचनात्मक सोच वाले जय ज़वेरी ने अपने कैमरे में उतारने की कोशिश की। जय की फोटोग्राफी का एक नमूना देखिए इस फोटो फीचर में….
Posted Date:
November 28, 2016
4:21 pm