उस्ताद ज़ुल्फ़िकार हुसैन ने सिखाई तबलावादन की बारीकियां

 

असम के कामरूप में तमाम बच्चों और युवा कलाकारों ने तबलावादन कार्यशाला में हिस्सा लिया

असम और पूर्वोत्तर राज्यों में भारतीय शास्त्रीय संगीत को बढ़ावा देने और नई प्रतिभाओं को तलाशने में जुटी संस्था प्रतिश्रुति फाउंडेशन ने पिछले दिनों तबला को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया। इसमें कई बच्चों और युवा कलाकारों ने हिस्सा लिया। इस कार्यशाला में तबला की बारीकियों के अलावा इसके वादन की कला को समझाने की कोशिश की गई, साथ ही कई  कलाकारों ने तबलावादन से जुड़ी तमाम तकनीक भी सीखी।

                                                                                                 उस्ताद ज़ुल्फ़िकार हुसैन

ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे असम के कामरूप ज़िले के ग्रामीण हिस्से में बने बइहाता चरियाली संगीत कानन में इस कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसका उद्घाटन किया यहां के प्रिंसिपल चाणक्य शर्मा और प्रतिश्रुति फाउंडेशन के संस्थापक सिद्धार्थ दास ने। कार्यशाला में लखनऊ घराने के मशहूर तबलावादक उस्ताद अफ़ाक हुसैन खान के शिष्य  उस्ताद ज़ुल्फिकार हुसैन ने प्रतिभागियों को तबला की बारीकियां समझाईं और उनकी प्रतिभा को निखारने की कोशिश की। जुल्फिकार असम के मशहूर तबलावादक हैं और देश के तमाम हिस्सों में अपने बेहतरीन तबलावादन से संगीतप्रेमियों का दिल जीत चुके हैं।

Posted Date:

September 13, 2017

3:10 pm Tags: , , , ,
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