बोधगया के सुजाता विहार में चल रहे बोधगया बिनाले का अंतर्राष्ट्रीय कला उत्सव बोधगया बिनाले का विधिवत समापन शुक्रवार को मधुबनी के लोकगायक बिसुनदेव पासवान के लोकगायन से हुआ। बिसुनदेव पासवान ने गरीब-गुरबों के नायक राजा सलहेस के वीर गाथाओं की गीतीमय प्रस्तुति से बिनाले एरिया में उपस्थित समस्त कलाप्रेमियों का दिल जीत लिया।
बोधगया बिनाले के अंतर्राष्ट्रीय कला उत्सव के समापन के अवसर बिनाले के आर्टिस्टिक डायरेक्टर और क्यूरेटर विनय कुमार ने अगले बोधगया बिनाले की भी घोषणा की। विनय कुमार ने कहा कि बोधगया में हर दो साल पर बोधगया बिनाले का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने अगले बिनाले की तारीखों की भी घोषणा की।
बोधगया बिनाले के दूसरा संस्करण 1 दिसंबर से 31 दिसंबर, 2018 तक चलेगा, जिसमें न सिर्फ राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों की कलाकृतियां प्रदर्शित की जाएंगी बल्कि, प्रथम संस्करण की तरह ही टॉक शो, स्थानीय समुदाय और छात्रों की भी भागीदारी रहेगी। इस बारे में विस्तृत जानकारी जल्दी ही बिनाले समिति की तरफ से दी जाएगी, जिसमें बिनाले के क्यूरेटर की भी घोषणा की जाएगी।
रोज की तरह ही बोधगया बिनाले का अखिरी दिन युवा कलाकारों और स्कूलों के नाम रहा है। शुक्रवार को सिद्धार्थ ट्रस्ट स्कूल, सूर्य भारती स्कूल और सरस्वती शिशु निकेतन के छात्र-छात्रों ने अपने नृत्य संगीत से सबका मन मोह लिया।
Posted Date:
December 23, 2016
10:59 pm Tags: बोधगया, बोधगया बिनाले, बिनाले, Bodh Gaya Binale, Bodh Gaya, Binale