अलविदा टॉम ऑल्टर…

अपनी अभिनय प्रतिभा से हिन्दी फिल्मों में नया मुकाम हासिल करने वाले भारत में जन्में पहले अमेरिकी अदाकार टॉम ऑल्टर नहीं रहे। मुंबई में 29 अक्टूबर की रात उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। रंगमंच और फिल्मों के अलावा तमाम टीवी धारावाहिकों में अपने बेहतरीन अभिनय का लोहा मनवा चुके टॉम ऑल्टर 1950 में मसूरी में जन्में, पढ़ने के लिए अमेरिका की येल यूनिवर्सिटी गए और 1970 में जब लौटकर आए तो दो साल बाद पुणे फिल्म और टेलीविजन इंस्टीट्यूट आए.. फिर चरस, शतरंज के खिलाड़ी, जुनून, क्रांति, आशिकी जैसी बेहतरीन फिल्मों में काम किया। उन्हें उनके काम के लिए पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया।

67 साल के टॉम पिछले कुछ समय से स्किन कैंसर से पीड़ित थे। करीब 300 फिल्मों में काम कर चुके टॉम ने मशहूर टीवी सीरियल जुनून में एक गैंगस्टर केशव कल्सी का दमदार अभिनय करके सबका ध्यान खींचा था। 90 के दशक में यह धारावाहिक करीब पांच सालों तक चला था। टॉम के पूर्वज अमेरिकी थे लेकिन उनका जन्म मसूरी में हुआ, यहीं उनकी शुरूआती पढ़ाई हुई। बाद में वो उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका चले गए। अभिनय की प्रतिभा बचपन से ही थी तो पुणे के फिल्म और टेलीविजन इंस्टीट्यूट में 22 साल की उम्र में दाखिला लिया। 800 प्रतियोगियों में चुने गए और दो साल में वहां उन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा दिया। गोल्ड मेडलिस्ट रहे और एक ज़माने में खेल पत्रकार भी रहे। टॉम पहले ऐसे खेल पत्रकार थे जिन्होंने सचिन तेंदुलकर का पहला इंटरव्यू लिया था। सचिन तब भारतीय टीम में शामिल भी नहीं हुए थे। एक ज़माने में टॉम ने स्पोर्ट्सवीक, आउटलुक, क्रिकेट टॉक औऱ संडे ऑब्जर्वर जैसी पत्र पत्रिकाओं के लिए खूब लिखा।

टॉम का मूल नाम था – थॉमस बीच ऑल्टर लेकिन अभिनय की दुनिया में आने के बाद प्यार से उन्हें टॉम बुलाया जाने लगा। टॉम ऑल्टर ने तीन किताबें भी लिखीं। बीमारी के बावजूद वो अभिनय और काम के प्रति बेहद समर्पित थे। 17 जून 2017 को मुंबई में उन्होंने आखिरी बार स्टेज पर अपना  नाटक पेश किया – वन्स अपॉन अ टाइम.. पांच कहानियों को जोड़कर इसकी पटकथा तैयार की गई थी और इसमें टॉम मुख्य भूमिका में थे।

 

Posted Date:

September 30, 2017

3:55 pm Tags: , , ,
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