इस्लामी पाकिस्तान टीवी ने चंद्रयान पर गत दिनों कई इंटरव्यू प्रसारित किये। इनमें आमजन के संग आलिम और फाजिल (ज्ञानी) भी शामिल रहे। कुछ ने भारत से सबूत मांगा कि चांद पर तिरंगा कैसे लहराया ? इन लोगों का कयास था कि अमेरिकी NASA के पुराने चित्र को ISRO ने चला दिया। अतः दावा बोगस है। अंतरिक्ष कार्यक्रम में ISRO एक और आयाम भारत जोड़ने वाला है। अगले शनिवार (2 सितंबर 2023) की सुबह सूरज की ओर L-1 रवियान रवाना
चंद्रयान-3 के सफल प्रक्षेपण से अब विशद शोध शुरू हो कि आमजन के जीवन पर इसका प्रभाव कैसा, क्या और कितना पड़ेगा ? हालांकि यह कुदरती खगोलीय घटना क्रम है। यूं चंद्र उपग्रह हैं, मगर उसे ज्योतिष में पूर्णग्रह माना जाता है। संतोषजनक रहा कि यह यान चांद पर विशाखा नक्षत्र में स्थापित हुआ था, जो सर्वाधिक शुभ माना जाता है।