समाज विज्ञानी जॉर्ज मैथ्यू ने करीब छह साल पहले 'सोशियोलॉजिकल बुलेटिन' के सितंबर-अक्तूबर, 2016 के अंक में प्रकाशित अपने एक महत्वपूर्ण लेख पॉवर टू द पीपल ऐंड इट्स एनेमी (लोगों का सशक्तिकरण और उनके शत्रु) में एस.के. डे हवाले से एक वाकये का जिक्र किया था, जिस पर आज गौर करना समीचीन होगा, जब हम देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण के दौरान कांग्रेस पर हमला करते हुए उसकी स्थापना पर ही सवाल उठा दिया। वैसे, वह संसद के बाहर और भीतर कांग्रेस पर हमलावर रहे हैं, मगर संभवतः उन्होंने पहली बार 1885 में स्थापित कांग्रेस की स्थापना पर सवाल उठाए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की स्थापना एक विदेशी ए. ओ. ह्यूम ने की थी। यह तथ्यात्मक रूप से सही है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है।