वाराणसी। एक तरफ मोदी सरकार और भाजपा 2024 में फिर से और बड़ी ताकत के तौर पर ऊभरने का दावा कर रही है, दूसरी तरफ विरोध की आवाज़ें भी तेज हो रही हैं। नये विपक्षी गठबंधन इंडिया बनने के बाद देश के अलग अलग हिस्सों में भाजपा विरोधी लहर को तेज़ करने की कोशिशें जारी हैं। इसी कड़ी में वाराणसी में भी एक बड़ी जनसभा हुई। अगस्त क्रांति दिवस के मौके पर आयोजित इस सभा को जानी मानी सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर, किसान नेता राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव, प्रो आनंद कुमार, कुमार प्रशांत, डॉ सुनीलम सहित कई नेताओं ने संबोधित किया। यहां मौजूद सैंकड़ों लोगो ने पूंजीपतियों के इशारे पर चल रही नरेंद्र मोदी की बीजेपी सरकार के खिलाफ नई आज़ादी की लड़ाई लड़ने और नए देश के निर्माण का संकल्प लिया।
यह सभा मुख्य रूप से राजघाट (वाराणसी) के सर्व सेवा संघ परिसर पर आरएसएस और बीजेपी के इशारे पर सरकार की ओर से किये गए कब्जे के ख़िलाफ़ आयोजित की गई थी। सभा को संबोधित करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि देश के पहले राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद, पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, विनोबा भावे, बाबू जगजीवन राम, जयप्रकाश नारायण, लालबहादुर शास्त्री की कोशिशों से बना यह संस्थान धरोहर है। जो लोग आज कुर्सी पर हैं वे धरोहर और विरासत शब्द का मतलब नही जानते। ये खुद को हिन्दू बोलते हैं लेकिन ये हिन्दू शब्द का भी मतलब नही जानते। अब ये साफ बोलना होगा कि नागपुरी हिन्दू अलग हैं और देश का हिन्दू अलग है। आने वाले सर्दियों में सड़क को गर्म करना होगा। हमारे ट्रैक्टर सिर्फ दिल्ली की ओर जाएंगे ऐसा कोई तय नहीं है। जरूरत पड़ी तो ट्रैक्टर बनारस की ओर मोड़ लाएंगे।
वरिष्ठ गांधीवादी चिंतक कुमार प्रशांत ने कहा कि आज गंगा के किनारे हम सब लोग देश के अलग-अलग जगह से यहां आए हैं। इतने लोगों की उपस्थिति इस बात को दर्शाती है कि बनारस में सरकार कितना गलती कर रही है। पूर्व विधायक पंकज पुष्कर ने कहा ये हमला एक बड़ा सबक है। हमें गांधी, अंबेडकर, जेपी, लोहिया की विरासत को बचाना होगा। भारत जोड़ो अभियान के प्रतिनिधि के रूप में मैं विश्वास दिलाता हूँ कि हमलोग इस निज़ाम से लड़ेंगे। रंजू सिंह ने कहा कोई भी आंदोलन महिलाओं के बिना अधूरा है। सभा मे जुटी महिलाओं की संख्या भविष्य के हिन्दुस्तान की तस्वीर बता रही है।
स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव ने कहा आज की सभा इतनी महिलाएं आई है ये बड़ी बात है। यहां अलग-अलग आंदोलनों से जुड़े नेता है। माना कि देश की संसद बहुत बड़ी है पर संसद से बड़ी सड़क है। आपके शहर बनारस में गांधी की विरासत सर्व सेवा संघ 70 साल से मौजूद है। आज 70 साल के बाद सरकार कहती है तुमने कब्जा कर रखा है तुम गैरकानूनी हो। सवाल जमीन का नहीं गांधी की विरासत का है।
प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने कहा कि आज गांधी की सत्याग्रह की सबसे ज्यादा जरूरत है। आरएसएस -मोदी इसी से डर रहे हैं। आज देश भर में जो आवाज़ उठ रही वो गांधी को मानने वालों की है। सर्व सेवा संघ की जमीन को कब्जा करने वाले पूरे देश में एयरपोर्ट फ्लाईओवर के नाम पर कब्जा करने वाले लोग हैं। ये मजदूर किसान पर हमला है। इसके खिलाफ लड़ाई आज बनारस में है। अगर गंगा को बचाना चाहते हैं तो सर्व सेवा संघ को बचाना होगा। आज मोदीजी जब भी बाहर जाते है तो गांधी का नाम लेते हैं पर बनारस में उनका संस्थान बंद करते हैं। मैंने रेलवे और उच्च अधिकारियों से बात की पर उन्होंने कहा ये हमारे स्तर की बात नहीं है। ये ऊपर से चल रहा है।
रामधीरज ने कहा बनारस में बीजेपी जमीन अधिग्रहण नही कर रही है बल्कि जमीन लूट रही है। रामनगर में फ्रेट विलेज के नाम पर और विश्वनाथ गली में विश्वनाथ कौडिडोर के नाम पर और बैरवन मोहन सराय में गांव के किसानों को बर्बर तरीके से मारपीट कर जमीन का जबरन अधिग्रहण किया जा रहा है। विश्वनाथ कारीडोर के नाम पर विश्वनाथ गली क्षेत्र की जमीन हथियाई गयी। राजघाट में भी यही हो रहा है। इन सबके पीछे असल मामला जमीन हथियाना है और अपने पूंजीपति मित्रों को गिफ्ट देना है।
सभा मे प्रमुख रूप से अरुंधति धुरु, फैसल, अफलातून भाई, सर्व सेवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्दन पाल, आशा भोथरा, फिरोज मिठिबोलवाला, पूर्व विधायक पंकज पुष्कर, प्रदीप खेलोलकर, जागृति राही, विनय शंकर राय मुन्ना, रंजू सिंह, विनोद रंजन, रमेश ओझा, नंदलाल मास्टर, अविनाश काकड़े, सुगन बरन, शंकर राणा, सतीश सिंह, संजीव सिंह, एकता,वल्लभाचार्य पांडेय, गुड्डी , मुकेश झँझरवाला, सतीश चौहान, हरिशंकर यादव, डॉ सन्त प्रकाश, प्रजानाथ शर्मा, राजेश सचान, गोविंद मिश्रा, सलमान, रमेश ओझा ,योगिराज पटेल, उषा पटेल, प्रो महेश विक्रम सिंह, शुभा, प्रेम, फादर आनंद, लाल बहादुर राय , फा0 प्रवीण, रामधीरज , राजीव , सुरेश राठौड़, महेंद्र राठौड़, अमित राजभर, डॉ इंदु पांडे, अरविंद अंजुम ,शेख हुसैन, इस्लाम भाई, अशोक शरण, रणधीर, अरविंद मूर्ति, अबु हाशिम, जितेंद्र, विनोद, धनञ्जय त्रिपाठी, गुड़िया, सविता, अमित, रेणु, अनिता, रामजनम,नीति, मैत्री, अदिति, नीरज, डॉ अनूप श्रमिक, मनीष शर्मा आदि मौजूद रहे।
August 11, 2023
3:27 pm