नए कविनगर के अपने छोटे से फ्लैट के एक कमरे में से. रा . यात्री जी का ज्यादातर वक्त बिस्तर पर ही गुजरता है। पिछले कुछ सालों से सेहत ऐसी बिगड़ी है कि चलना फिरना मुश्किल हो गया है। इसी 10 जुलाई को यात्री जी ने अपने 87 साल पूरे कर लिए हैं। अबतक 33 उपन्यास और 18 कहानी संग्रह लिख चुके यात्री जी के ख़जाने में अब भी कई कहानियां हैं, कविताएं हैं, और बहुत सारे ऐसे संस्मरण हैं जिन्हें सहेजने की ज़रूरत है। धर्मवीर भारती से लेकर हरिशंकर परसाई तक, हरिवंश राय बच्चन से लेकर उपेन्द्रनाथ अश्क और नीलाभ तक… यहां तक कि आज के दौर के तमाम लेखकों तक के बारे में आप यात्री जी से बात कर सकते हैं।
Posted Date:July 11, 2019
3:35 pm