से रा यात्री की साहित्य यात्री के कई पड़ाव रहे हैं। उनके लेखन के तमाम शेड्स हैं। कहानी और उपन्यास तो उनकी मूल पहचान है ही लेकिन व्यंग्य और कविताएं भी उनके लेखन का अहम हिस्सा हैं। यात्री जी को पढ़ना एक अनुभव हैउम्र के इस पड़ाव पर भी वो रचनात्मक तौर पर सक्रिय हैं । यात्री जी की कहानियों के ख़ज़ाने से हमआपके लिए दो कहानियां महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय की वेबसाइट ‘हिन्दी समय’ से साभार ला रहे हैं। हमारी कोशिश है कि आप उन्हें पढ़ें और इन कहानियों के भीतर तक पहुंचने की कोशिश करें…
Posted Date:July 10, 2019
4:28 pm