जाने माने पत्रकार और दिनमान के शुरुआती दिनों से ही अज्ञेय, रघुवीर सहाय और सर्वेश्वर दयाल सक्सेना जैसे साहित्यकारों के साथ काम करने वाले त्रिलोक दीप आज भी जब उन दिनों की याद करते हैं तो मानो वो सारी तस्वीरें सजीव हो जाती हैं। त्रिलोक जी ने 7 रंग से फोन पर अपने अनुभव साझा किए जिसे हम उनकी आवाज़ में पेश कर रहे हैं… साथ ही उन्होंने अपने फेसबुक पर उन दिनों के बारे में और सर्वेश्वर जी के साथ अपने अनुभवों के बारे में जो लिखा..वह भी पढ़िए…
Posted Date:September 15, 2020
4:27 pm