साहित्य कला परिषद के आगामी नाट्य समारोहों के लिए कलाकारों से जो प्रविष्ठियां मांगी गई हैं, उनकी शर्तें अगर पढ़िए तो साफ लगेगा कि अब सरकार कंटेंट अपने मतलब का चाहती है, स्क्रिप्ट वैसा ही चाहिए जो सरकार की नीतियों की तारीफ करे। इसके खिलाफ दिल्ली के युवा रंगकर्मियों में असंतोष है। मशहूर रंगकर्मी, निर्देशक और जन सरोकारों से जुड़े मुद्दों पर नाटक करने वाली संस्था अस्मिता के संस्थापक अरविंद गौड़ ने एक बार फिर इसका प्रतिरोध कुछ इस तरह किया है। दिल्ली के संस्कृति और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को एक खुला पत्र लिख कर अरविंद ने इस फरमान का कैसे दोस्ताने तरीके से विरोध किया है आप भी पढ़िए —
Posted Date:September 24, 2017
4:47 pm