जाने माने रंगकर्मी और फिल्मकार गिरीश कर्नाड नहीं रहे। लंबी बीमारी के बाद आज सुबह उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। गिरीश कर्नाड अपने मशहूर नाटक ‘तुगलक’ और सौ से ज्यादा फिल्मों में अपने अहम किरदारों की वजह से खासे चर्चित रहे और कन्नड़ साहित्य में उनका जबरदस्त योगदान रहा है। कर्नाड कन्नड़ भाषा के सशक्त हस्ताक्षर होने के साथ ही नाटककार, अभिनेता और फ़िल्म निर्देशक थे। उनके बेहतरीन काम और साहित्य में अहम योगदान के लिए देश के सबसे प्रतिष्ठित ‘ज्ञानपीठ पुरस्कार’ से भी सम्मानित किया जा चुका है। रंगकर्म को सामाजिक सरोकारों के साथ जोड़ने के साथ ही कर्नाड ने हमेशा सत्ता की निरंकुशता के खिलाफ आवाज़ उठाई।
Posted Date:June 10, 2019
10:52 am