जाने माने नाटककार, लेखक, रंगकर्मी, अभिनेता, फिल्मकार और सामाजिक कार्यकर्ता गिरीश कर्नाड को गुजरे एक साल हो गए… लेकिन वो हमारे रंगजगत में हमेशा मौजूद हैं… उनके नाटकों तुगलक, रक्त कल्याण, अग्नि और बरखा समेत तमाम फिल्मों और कन्नड़ साहित्य में उनका योगदान कभी नहीं भूला जा सकता। किसी भी जायज सवाल पर सड़कों पर उतरना और आखिरी दिनों तक सत्ता की निरंकुशता और अन्याय के खिलाफ उनकी आवाज़ मज़बूती से सामने आती रही। जाने माने रंगकर्मी अरविंद गौड़ ने गिरीश कर्नाड को कुछ ऐसे याद किया..
Posted Date:June 10, 2020
10:53 pm