‘अटल जी बेशक अब हमारे बीच न रहे हों, लेकिन उनकी यादें हर शहर के तमाम लोगों के दिलों में बसी हैं। वो जहां भी जाते, उस जगह के लोगों से एक आत्मीय रिश्ता जोड़ लेते थे। अपने लंबे राजनीतिक और साहित्यिक जीवन में अटल जी का गाजियाबाद से भी ऐसा ही लगाव था। गाजियाबाद के मशहूर लेखक और पत्रकार गोपाल कृष्ण कौल से अटल जी के बहुत गहरे रिश्ते थे। एक दिन कौल साहब ने बताया कि दोपहर को शिब्बनपुरा स्थित निवास पर विश्राम कर रहा था कि सूचना आई कि अटल जी पहुँच रहे हैं। कौल साहब के घर पहुंच कर अटल जी देर तक उनसे साहित्यिक चर्चा करते रहे।’
Posted Date:
August 16, 2018
10:34 pm