पलक प्रकाश महज़ 12-13 साल की है। पिछले कई सालों से पेंसिल, आर्ट पेपर, कलर पेंसिल और तरह तरह के रंगों से खेलती है। मुंबई में रहती है। जब एकदम छोटी सी थी तब भी रेखाएं और रंग उसके लिए अपनी अभिव्यक्ति के सबसे कारगर माध्यम थे। धीरे धीरे उसने खुद को कला के क्षेत्र में केन्द्रित किया। रोज़ कुछ न कुछ बनाने लगी। कोई ट्रेनिंग नहीं ली, कहीं से कुछ सीखा नहीं। कल्पनाओं की उसकी अपनी दुनिया है और हमेशा हंसती मुस्कराती और ज़िंदगी के तमाम पहलुओं को कौतूहल से देखती पलक लगातार कुछ न कुछ नया करती है…जन्ममाष्टमी के मौके पर और उसके अलावा भी बनाए गए पलक के कुछ चित्रों को देखिए…
Posted Date:August 12, 2020
8:30 pm